
क्या आपको पता है कि पाकिस्तान अभी एक ऐसी हार को छुपाने की कोशिश कर रहा है, जिसे वो दुनिया से ढक नहीं सकता? एक ट्रेन, 400 से ज्यादा यात्री, और बलूच लड़ाकों ने ऐसा धमाका किया कि पाकिस्तानी फौज के पसीने छूट गए. लेकिन ये लोग कह रहे हैं कि सब कंट्रोल में है? अब सवाल है कि असल में माजरा क्या है.
बलूचिस्तान की वो जंग... जो पाकिस्तान को सोने नहीं दे रही. अभी हाल ही में एक बड़ी खबर आई. जाफर एक्सप्रेस ट्रेन, जो क्वेटा से पेशावर जा रही थी. उसे बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी यानी BLA के लड़ाकों ने हाईजैक कर लिया. इसमें करीब 425 लोग सवार थे और ये सब हुआ बलूचिस्तान के मशकाफ टनल के पास. अब सोचिए, 400 से ज्यादा लोग, 9 बोगियां, और अचानक गोलियां चलने लगीं. अब पाकिस्तानी फौज ने क्या किया? बुधवार को इनके एक स्पोक्सपर्सन, लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी, सामने आए और बोले - 'हमने ऑपरेशन खत्म कर दिया, सारे 33 आतंकवादी मार गिराए और सारे यात्रियों को बचा लिया.' सुनने में तो लगता है कि वाह, क्या कमाल का ऑपरेशन था. लेकिन कहानी में ट्विस्ट अभी बाकी है. अब बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने अपना बयान जारी किया और कहा - 'पाकिस्तान झूठ बोल रहा है. जंग अभी खत्म नहीं हुई. लड़ाई कई मोर्चों पर चल रही है और उनकी फौज को भारी नुकसान हो रहा है.'
'BLA ने खुद कुछ सैनिकों को छोड़ा था'
BLA का दावा है कि वो लोग अभी भी मैदान में डटे हुए हैं और पाकिस्तानी फौज ना तो जंग जीत पाई, ना अपने बंधक सैनिकों को बचा पाई।चलिए, इसे थोड़ा और डीटेल में समझते हैं. BLA का कहना है कि पाकिस्तानी फौज जो 'रेस्क्यू' की बात कर रही है, वो असल में BLA ने खुद कुछ सैनिकों को छोड़ा था - अपने युद्ध के नियमों और इंटरनेशनल नॉर्म्स के हिसाब से. लेकिन पाकिस्तान इसे अपनी जीत बता रहा है और तो और BLA ने ये भी कहा कि उन्होंने प्रिजनर एक्सचेंज का ऑफर दिया था. मतलब अपने बंदियों के बदले उनके सैनिकों को छोड़ने की बात की थी. लेकिन पाकिस्तान ने बातचीत से इनकार कर दिया और अपने सैनिकों को मरने के लिए छोड़ दिया.
क्या सच में पाकिस्तान ने ये जंग जीत ली है?
अब सवाल ये है - क्या सच में पाकिस्तान ने अपने ही लोगों को धोखा दे दिया और बात यहीं खत्म नहीं होती. BLA का इल्जाम है कि जब पाकिस्तानी फौज उनकी लड़ाई में हारने लगी, तो उन्होंने बलूच नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. यानी हारा हुआ खिलाड़ी अब गुस्सा आम लोगों पर निकाल रहा है. अब सबसे बड़ा सवाल - क्या सच में पाकिस्तान ने ये जंग जीत ली है? BLA ने चैलेंज दिया है कि अगर पाकिस्तान इतना ही कॉन्फिडेंट है, तो स्वतंत्र पत्रकारों को बलूचिस्तान में आने दे. दुनिया को दिखाए कि सच क्या है. लेकिन दोस्तों, क्या आपको लगता है कि पाकिस्तान ऐसा करेगा? मुझे तो बिल्कुल नहीं लगता, क्योंकि सच सामने आया तो इनकी सारी पोल खुल जाएगी और हां, पाकिस्तानी फौज ने कहा कि ऑपरेशन में 21 यात्री और 4 सैनिक मारे गए.
बलूचिस्तान के रेलवे अधिकारी ने भी पाकिस्तानी फौज के दावे की पोल खोल दी. रेलवे अधिकारी में बताया कि मारे गए 25 लोगों में से 19 सेना के जवान थे, एक पुलिसवाला था और एक रेलवे का ऑफिशियल था. बाकी 4 की पहचान नहीं हो पाई. तो ये थी बलूचिस्तान की वो कहानी, जहां पाकिस्तान हार को जीत बता रहा है, लेकिन सच जमीन पर कुछ और ही कह रहा है.
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