वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने लंबे समय से प्रतीक्षित आव्रजन सुधार पेश किए हैं। इससे 1.1 करोड़ बिना दस्तावेजों वाले आव्रजकों को कानूनी दर्जा मिल सकेगा। इन सुधारों में रोजगार श्रेणी में किसी देश की सालाना सीमा को समाप्त किए जाने का भी प्रावधान है। इससे बड़ी संख्या में भारत के प्रौद्योगिकी क्षेत्र से जुड़े लोगों और पेशेवरों को फायदा होगा।
लास वेगास में नीतियों पर एक वृहद संबोधन में ओबामा ने संसद से आग्रह किया कि वह उनके प्रस्तावों पर कार्यवाही करे।
ओबामा ने कहा, ‘‘इससे हमारा कार्यबल युवा रहेगा, हमारा देश तकनीकी मोर्चे पर आगे रहेगा और दुनिया में सबसे बेहतर आर्थिक इंजन के रूप में आगे आ सकेगा। आखिर आव्रजकों ने ही गूगल और याहू जैसे कारोबार शुरू किए हैं। उन्होंने एक नया उद्योग तैयार किया जिससे रोजगार का सृजन हुआ और हमारे नागरिकों को नई समृद्धि मिली।’’
वृहद सुधार योजना के अन्य प्रस्तावों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के डिप्लोमा, अमेरिकी विश्वविद्यालयों से पीएचडी और मास्टर की डिग्री हासिल लोगों को नत्थी ग्रीन कार्ड प्रदान करना है।
राष्ट्रपति ने इसके साथ ही रोजगार सृजन करने वाले उद्यमियों के लिए शुरुआती वीजा देने का भी प्रस्ताव किया है।
इन प्रस्तावों से अमेरिकी निवेशकों और ग्राहकों से वित्त और राजस्व आकर्षित करने वाले विदेशी उद्यमियों को अमेरिका में कारोबार शुरू करने और प्रगति करने की अनुमति मिल सकेगी। यदि उनकी कंपनियां और आगे बढ़ जाती हैं तो उन्हें यहां स्थायी तौर पर रहने की अनुमति मिलेगी। इससे अमेरिकी लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी।
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि पुराने पड़ चुके कानूनी आव्रजन कार्यक्रम में सुधार किया जा रहा है जिससे विभिन्न श्रेणियों में सालाना वीजा सीमा में छूट देकर मौजूदा और भविष्य की मांग पूरी की जा सके।
ओबामा ने इसके साथ ही परिवार प्रायोजित आव्रजन प्रणाली में लंबित मामलों को खत्म करने का प्रस्ताव किया है। इसके तहत बिना इस्तेमाल वाले वीजा वापस लिए जाएंगे और अस्थायी तौर पर सालाना वीजा संख्या बढ़ाई जाएगी।
परिवार प्रायोजित आव्रजन प्रणाली में विभिन्न देशों की मौजूदा सीमा को 7 से बढ़ाकर 15 फीसद किए जाने का भी प्रस्ताव है।
ओबामा ने कहा, ‘‘हाल के बरसों में चार हाईटेक शुरुआती कंपनियों की स्थापना अमेरिका में दूसरे देश के नागरिकों द्वारा की गई। चार नए छोटे कारोबार के मालिकों में से एक आव्रजक है।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि सभी जानते हैं कि आज जो आव्रजक प्रणाली है वह पुरानी हो चुकी है। यह प्रणाली हमारी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में मदद करने के बजाय इसे रोक रही है।
अन्य बातों के अलावा ओबामा के प्रस्तावों में रोजगार सृजन करने वाले उद्यमियों के लिए शुरुआती वीजा, निवेशक वीजा में अवसरों के विस्तार, संघीय राष्ट्रीय सुरक्षा विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला क्षेत्र के लिए नई वीजा श्रेणी बनाना शामिल है।
बिना दस्तावेजों पर 1.1 करोड़ आव्रजकों का उल्लेख करते हुए ओबामा ने कहा कि उन्होंने हालांकि नियम तोड़े हैं लेकिन उन्हें वापस भेज पाना असंभव है। इनमें से 2,40,000 से अधिक भारतीय हैं।
ओबामा ने कहा, ‘‘ये 1.1 करोड़ पुरुष और महिलाएं यहां हैं। इनमें से काफी लोग बरसों से यहां हैं। ये लोग हमारे लिए समस्या नहीं हैं, बल्कि समुदाय में योगदान कर रहे हैं।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि देश के मध्यम वर्ग को मजबूत करने और रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए प्रणाली में बदलाव जरूरी हैं।
लास वेगास में नीतियों पर एक वृहद संबोधन में ओबामा ने संसद से आग्रह किया कि वह उनके प्रस्तावों पर कार्यवाही करे।
ओबामा ने कहा, ‘‘इससे हमारा कार्यबल युवा रहेगा, हमारा देश तकनीकी मोर्चे पर आगे रहेगा और दुनिया में सबसे बेहतर आर्थिक इंजन के रूप में आगे आ सकेगा। आखिर आव्रजकों ने ही गूगल और याहू जैसे कारोबार शुरू किए हैं। उन्होंने एक नया उद्योग तैयार किया जिससे रोजगार का सृजन हुआ और हमारे नागरिकों को नई समृद्धि मिली।’’
वृहद सुधार योजना के अन्य प्रस्तावों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) के डिप्लोमा, अमेरिकी विश्वविद्यालयों से पीएचडी और मास्टर की डिग्री हासिल लोगों को नत्थी ग्रीन कार्ड प्रदान करना है।
राष्ट्रपति ने इसके साथ ही रोजगार सृजन करने वाले उद्यमियों के लिए शुरुआती वीजा देने का भी प्रस्ताव किया है।
इन प्रस्तावों से अमेरिकी निवेशकों और ग्राहकों से वित्त और राजस्व आकर्षित करने वाले विदेशी उद्यमियों को अमेरिका में कारोबार शुरू करने और प्रगति करने की अनुमति मिल सकेगी। यदि उनकी कंपनियां और आगे बढ़ जाती हैं तो उन्हें यहां स्थायी तौर पर रहने की अनुमति मिलेगी। इससे अमेरिकी लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी।
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है कि पुराने पड़ चुके कानूनी आव्रजन कार्यक्रम में सुधार किया जा रहा है जिससे विभिन्न श्रेणियों में सालाना वीजा सीमा में छूट देकर मौजूदा और भविष्य की मांग पूरी की जा सके।
ओबामा ने इसके साथ ही परिवार प्रायोजित आव्रजन प्रणाली में लंबित मामलों को खत्म करने का प्रस्ताव किया है। इसके तहत बिना इस्तेमाल वाले वीजा वापस लिए जाएंगे और अस्थायी तौर पर सालाना वीजा संख्या बढ़ाई जाएगी।
परिवार प्रायोजित आव्रजन प्रणाली में विभिन्न देशों की मौजूदा सीमा को 7 से बढ़ाकर 15 फीसद किए जाने का भी प्रस्ताव है।
ओबामा ने कहा, ‘‘हाल के बरसों में चार हाईटेक शुरुआती कंपनियों की स्थापना अमेरिका में दूसरे देश के नागरिकों द्वारा की गई। चार नए छोटे कारोबार के मालिकों में से एक आव्रजक है।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि सभी जानते हैं कि आज जो आव्रजक प्रणाली है वह पुरानी हो चुकी है। यह प्रणाली हमारी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में मदद करने के बजाय इसे रोक रही है।
अन्य बातों के अलावा ओबामा के प्रस्तावों में रोजगार सृजन करने वाले उद्यमियों के लिए शुरुआती वीजा, निवेशक वीजा में अवसरों के विस्तार, संघीय राष्ट्रीय सुरक्षा विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला क्षेत्र के लिए नई वीजा श्रेणी बनाना शामिल है।
बिना दस्तावेजों पर 1.1 करोड़ आव्रजकों का उल्लेख करते हुए ओबामा ने कहा कि उन्होंने हालांकि नियम तोड़े हैं लेकिन उन्हें वापस भेज पाना असंभव है। इनमें से 2,40,000 से अधिक भारतीय हैं।
ओबामा ने कहा, ‘‘ये 1.1 करोड़ पुरुष और महिलाएं यहां हैं। इनमें से काफी लोग बरसों से यहां हैं। ये लोग हमारे लिए समस्या नहीं हैं, बल्कि समुदाय में योगदान कर रहे हैं।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि देश के मध्यम वर्ग को मजबूत करने और रोजगार के अवसरों के सृजन के लिए प्रणाली में बदलाव जरूरी हैं।
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