वाशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी बल जुलाई से अफगानिस्तान से वापसी शुरू कर देंगे। उन्होंने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका की प्राथमिकता युद्धग्रस्त देश को अल कायदा और तालिबान की सुरक्षित पनाहगाह बनने से रोकना है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हालांकि सैनिकों की वापसी के संबंध में कोई विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया। उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, इस वर्ष , अफगानिस्तान को नेतृत्व सौंपने के लिए हम करीब 50 देशों के साथ मिलकर काम करेंगे। और इस जुलाई में, हम अपने सैनिकों को घर वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। अमेरिका का शीर्ष नेतृत्व अभी तक यह कहता रहा है कि सैनिकों की वापसी की गति अफगानिस्तान में जमीनी सचाइयों पर निर्भर करेगी। ओबामा ने सबसे पहले दिसंबर 2009 में इसकी घोषणा की थी। लेकिन ओबामा के संबोधन में युद्धग्रस्त देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की कोई स्पष्ट रूपरेखा नहीं बतायी गई। ओबामा ने कहा, हमारा मकसद स्पष्ट है । हम तालिबान को अफगान लोगों पर फिर से कब्जा करने से रोकना चाहते हैं। हम अल कायदा को वहां सुरक्षित पनाहगाह बनाने से रोकेंगे।