इबोला से संक्रमित एक लाइबेरियाई मरीज के उपचार के दौरान इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आईं अमेरिकी नर्स अब स्वस्थ हो गई हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। अटलांटा के इमोरी यूनिवर्सिटी अस्पताल में 10 दिन तक उनका इलाज चला था।
अंबर विंसन, डलास की उन दो नर्सों में थीं, जो लाइबेरियाई मरीज थॉमस एरिक डकन के उपचार के दौरान इस बीमारी की चपेट में आ गई थीं। थॉमस को हालांकि नहीं बचाया जा सका और उन्होंने पिछले महीने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अस्पताल में इस संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख ब्रुस रिबर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विंसन इबोला वायरस के संक्रमण से ठीक हो गई हैं। अब वह अपने समुदाय तथा अपनी जिंदगी में लौट सकती हैं। अब उनसे किसी अन्य को इसका संक्रमण होने का खतरा नहीं है।
अब तक इबोला से संक्रमित चार मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार करने वाले चिकित्सकों की टीम के प्रमुख ब्रुस ने कहा कि अन्य मरीजों के उपचार के दौरान हुए अनुभव को विंसन पर भी आजमाया गया, जिससे उन्हें ठीक करने में मदद मिली।
उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि विंसन के उपचार के लिए किस विशेष पद्धति को अपनाया गया और क्या उन्हें प्रयोगात्मक दवाइयां दी गईं?
ब्रुस ने यह भी कहा कि विंसन का 29 साल का होना भी संभवत: इस बीमारी से जल्दी ठीक होने में मददगार रहा। अब तक के अनुभवों में पाया गया है कि कम उम्र के मरीजों में जल्दी ठीक होने की संभावना होती है।
संवाददाता सम्मेलन में नर्स विंसन भी मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने संवाददाताओं के सवालों के जवाब नहीं दिए। उन्होंने अपने उपचार एवं देखभाल के लिए चिकित्सकों और अपने परिवार को धन्यवाद दिया।
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