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मौसम के लिहाज से सबसे महंगा साबित हुआ साल 2017
विश्व मौसम विज्ञान संस्था ने अपनी रिपोर्ट में कही यह बात
जलवायु संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए 320 अरब डॉलर चुकाने पड़े
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रिपोर्ट में कहा गया, “ मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में अत्याधिक बारिश से बांग्लादेश के उत्तरपूर्वी कृषि क्षेत्रों में बाढ़ आई. दक्षिण एशिया में मॉनसून का मौसम क्षेत्र में अब तक की सबसे भयंकर बाढ़ लेकर आया. जून से लेकर अगस्त 2017 के बीच नेपाल, बांग्लादेश और उत्तर भारत में बाढ़ ने लाखों लोगों को प्रभावित किया और इसके चलते तीनों देशों में कई मौतें हुईं व कई लोग विस्थापित हुए.” इसमें बताया गया कि हिंद महासागर के उत्तरी हिस्से में पिछले साल दो भयंकर तूफान आए. मई के अंत में मोरा तूफान और दिसंबर की शुरुआत में ओखी तूफान के कारण बहुत ज्यादा नुकसान हुआ.
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साथ ही रिपोर्ट में कहा गया, “ जून से सितंबर के बीच मॉनसून के मौसम के चलते भारतीय उपमहाद्वीप के कई हिस्से प्रभावित हुए. हालांकि, पूरे क्षेत्र में कुल मौसमी वर्षा औसत के करीब रही. इस दौरान भारत, बांग्लादेश और नेपाल में 1,200 से ज्यादा मौतें हुईं, जबकि चार करोड़ लोग प्रभावित हुए.
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