- मैक्सिको में मेयर की हत्या के बाद हजारों युवाआक्रामक प्रदर्शन कर रहे हैं और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है.
- शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के निवास के बाहर बाड़ गिराई, पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
- Gen Z Mexico नामक गैर-पक्षपाती समूह सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध प्रदर्शनों का आयोजन कर रहा है.
मैक्सिको में इस समय हजारों-लाखों युवा सड़कों उतरे हुए हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन अब आक्रामक हो गया है और अथॉरिटीज को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वो इस पर कैसे लगाम लगाएं. इन प्रदर्शनों की शुरुआत इस महीने की शुरुआत में उस समय हुई जब मेयर की सार्वजनिक हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से जो प्रदर्शन छोटे-छोटे स्तर पर हो रहे थे उन्होंने शनिवार को बड़ा रूप ले लिया Gen Z बैनर के तले हजारों युवा सड़कों पर उतर आए. प्रदर्शनकारी अब राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और अब वो उनके आधिकारिक निवास नेशनल पैलेस तक पहुंच गए हैं. मैक्सिको में मेयर की हत्या मानो जैसे उन तमाम युवाओं को एक मैसेज की तरह थी जो देश में बढ़ती अव्यवस्था से तंग आ चुके थे.
कैसे हुई थी शुरुआत
शनिवार को हजारों हुडी पहने प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के निवास के बाहर इकट्ठा हुआ और उन्होंने बाड़ को गिरा दिया. पुलिस को आंसू गैस तक का प्रयोग करना पड़ गया और 120 लोगों के घायल होने की खबरे हैं. इसमें बड़ी संख्या में पुलिस ऑफिसर हैं. प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी झड़प हुई है और अब स्थिति नियंत्रण के बाहर है. शनिवार को जो प्रोटेस्ट मार्च हुआ उसमें कई एज ग्रुप के लोग शामिल थे. इनमें विपक्षी दलों के कई कार्यकर्ताओं समेत मिचोआकेन के मेयर कार्लोस मंजो के सपोर्टर्स भी शामिल थे. पब्लिक डे कार्यक्रम में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. एक 17 साल के लड़के को उनकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
सोशल मीडिया से अपील
इन विरोध प्रदर्शनों का आयोजन 'Gen Z Mexico' मैक्सिको ग्रुप की तरफ से हो रहा है. सोशल मीडिया पर आए ग्रुप के घोषणा पत्र में कहा गया है कि यह गैर-पक्षपाती है और उन मैक्सिकन यंगस्टर्स को लीड कर रहा है जो हिंसा, भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग से तंग आ चुके हैं . इस हफ्ते की शुरुआत में Gen Z के कुछ सोशल मीडिया इनफ्लुएशंल लोगों ने कहा कि वो शनिवार के हुए विरोध प्रदर्शनों का समर्थन नहीं करते, जबकि पूर्व राष्ट्रपति विसेंट फॉक्स और मैक्सिकन अरबपति रिकार्डो सेलिनास प्लीगो जैसी हस्तियों ने विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में मैसेज जारी किए. वहीं राष्ट्रपति शीनबाम का कहना है राइट विंग की विचारधारा के लोगों ने प्रदर्शन में घुसपैठ कर ली है. साथ ही मौजूदगी बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर बॉट्स का प्रयोग कर रहे हैं.

क्यों गुस्से में हैं मैक्सिको के Gen Z
इस साल कई देशों में Gen Z यानी जिनका जन्म 90 के दशक के अंत और 2010 के दशक की शुरुआत में हुआ है, वो असमानता, लोकतांत्रिक पतन और भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े पैमाने पर उतरे. सबसे बड़ा Gen Z प्रदर्शन सितंबर में नेपाल में हुआ. यहां सोशल मीडिया पर बैन के बाद युवा सड़कों पर उतर आए और इसके कारण प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली तक को इस्तीफा देना पड़ गया. मेक्सिको सिटी मार्च में शामिल हुए प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो भ्रष्टाचार और बढ़ते क्राइम के लिए सजा न मिलने की समस्याओं से निराश हैं.
अपने देश में लगता है डर!
29 साल के बिजनेस कंसल्टेंट एंड्रेस मस्सा ने अल जजीरा से बातचीत में कहा, 'हमें और ज़्यादा सुरक्षा की जरूरत मस्सा ने समुद्री डाकू की खोपड़ी वाला झंडा उठाया था जो Gen Z प्रदर्शनों का वैश्विक प्रतीक बन गया है. वहीं प्रदर्शनों में शामिल 43 साल की डॉक्टर क्लाउडिया क्रूज ने कहा कि वह पब्लिक हेल्थ सिस्टम के लिए और ज्यादा धन और बेहतर सुरक्षा की मांग कर रही हैं क्योंकि डॉक्टर भी 'देश में मौजूद असुरक्षा के माहौल से डरे हुए हैं. उन्हें डर है कि आपकी कहीं भी हत्या हो सकती है और कोई कुछ नहीं कहेगा.
मिचोआकेन राज्य के पाट्जकुआरो सिटी की 65 वर्षीय रियल एस्टेट एजेंट रोजा मारिया अविला ने कहा, 'राज्य मर रहा है.' उन्होंने मंजो के बारे में कहा, 'उसे इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह एक ऐसा शख्स था जो अपराधियों से लड़ने के लिए पहाड़ों में अधिकारियों को भेज रहा था. उसमें उनका सामना करने की हिम्मत थी.'
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