तालिबान की गोली लगने के बाद खून से लथपथ हुई अपनी स्कूल की वर्दी को देखकर नोबेल शांति पुरस्कार विजेता पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई की आंखों से आंसू बह चले।
मलाला की आंखों में आंसू देखकर नोबेल शांति पुरस्कार विजेता भारत के कैलाश सत्यार्थी ने उनसे कहा, तुम बहुत बहादुर हो।
शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाली 17-वर्षीय पाकिस्तानी कार्यकर्ता मलाला और बाल अधिकारों के लिए संघषर्रत भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी को समर्पित एक प्रदर्शनी की गुरुवार को नार्वे की राजधानी में शुरुआत की गई।
प्रदर्शनी में मलाला की खून से रंगी वर्दी- नीले रंग का ट्यूनिक, सफेद रंग का स्कार्फ और सफेद सलवार प्रदर्शित किए गए हैं। नार्वे की समाचार एजेंसी 'एनटीबी' की खबर के अनुसार, कल प्रदर्शनी देखने के दौरान मलाला की नजर खून से सनी अपनी वर्दी पर गई और उसे देखकर वह रो पड़ीं।
सत्यार्थी ने मलाला को गले से लगाया और माथा चूमकर उनसे कहा, तुम बहुत बहादुर हो, तुम बहुत बहादुर हो। मलाला की इच्छा का सम्मान करते हुए नार्वे के 'नोबेल शांति पुरस्कार प्रदर्शनी 2014- मलाला और कैलाश' में स्कूली वर्दी को शामिल किया गया है।
यह पहली बार है जब मलाला के स्कूल की वर्दी को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया है। बुधवार को मलाला और सत्यार्थी को संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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