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7 minutes ago

Sunita Williams Live update: आखिर 9 महीने का लंबा इंतजार खत्म होने जा रहा है. स्पेसएक्स का ड्रैगन यान सुनीता विलियम्स समेत अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर भारतीय समयानुसार सुबह 10.35 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से रवाना हो चुका है और ये 19 मार्च को तड़के सुबह 3.27 बजे फ्लोरिडा के समंदर में उतरेगा. बता दें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने पिछले साल 5 जून 2024 को  नासा के मिशन के तहत बोइंग के अंतरिक्ष यान पर बैठकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी थी. ये मिशन सिर्फ 10 दिन का था, लेकिन अंतरिक्ष यान में खराबी आने की वजह से दोनों धरती पर वापस नहीं लौट सके. 10 दिन का ये मिशन 9 महीने का हो गया. अब सुनीता और बुच दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापस आ रहे हैं. अन्य दो अंतरिक्ष यात्री हैं, निक हेग और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव.

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LIVE UPDATE:
 

सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव में की जा रही है प्रार्थना

नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के गुजरात स्थित पैतृक गांव के निवासी धरती पर उनकी सुरक्षित वापसी की उत्सुकता से प्रतीक्षा कर रहे हैं और इसके लिए प्रार्थना कर रहे हैं. गांववालों ने विलियम्स की धरती पर वापसी होने पर बुधवार सुबह दिवाली जैसा उत्सव मनाने की योजना बनायी है. मेहसाणा जिले में झूलासण गांव के निवासी उत्साह से भरे हुए हैं। यह गांव विलियम्स के पिता दीपक पांड्या का पैतृक गांव है.

जब तक सुनीता सही सलामत घर वापस नहीं आएगी, तब तक थोड़ी परेशानी है

सुनीता के भाई दिनेश ने कहा कि जब तक सुनीता विलियम्स सही-सलामत धरती पर नहीं आ जाएं, तब तक मुझे थोड़ी परेशानी और टेंशन है। घर के कई लोग मुझसे पूछते हैं तो मैं उन्हें सब कुछ ठीक बताता हूं, लेकिन जब सुनीता विलियम्स धरती पर सही-सलामत आएंगी, तभी मन प्रसन्न होगा। सुनीता के लिए सही सलामत आना, झुलासन गांव, अहमदाबाद, गुजरात, भारत और पूरी दुनिया के लिए बहुत गौरव की बात है.

सुनीता विलियम्स की घर वापसी की खबर से परिवार में खुशी का माहौल

सुनीता विलियम्स के धरती पर वापस आने की खबर से परिवार में खुशी का माहौल है. सफल वापसी के लिए गांव में यज्ञ-पूजन का आयोजन हो रहा है. रिश्ते में सुनीता विलियम्स के बड़े भाई दिनेश ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की. उन्होंने कहा कि सुनीता विलियम्स नौ महीनों से अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. घर के सभी लोग उसके लिए परेशान थे. परिवार के सभी लोग दुखी थे. न्यूज पेपर में सुनीता से जुड़ी कोई खबर आती थी, तो हम परेशान हो जाते थे, लेकिन अब जब आज सुनीता की सुरक्षित वापसी हो रही है, तो हमें बहुत आनंद हो रहा है.

सितंबर में 60 साल की हुई हैं सुनीता

बता दें कि भारतीय मूल  की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स मंगलवार की शाम धरती पर लौटने वाली हैं. वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर असामान्य रूप से लंबे समय तक रहने के बाद वापस आ रही हैं. सुनीता विलियम्स, जो इस साल सितंबर में 60 वर्ष की हुईं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध भारतीय मूल की दूसरी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं. उनसे पहले कल्पना चावला यह उपलब्धि हासिल कर चुकी थीं, लेकिन 2003 में कोलंबिया स्पेस शटल दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी.

सुनीता विलियम्स के पिता गुजरात से हैं...

सुनीता विलियम्स का जन्म 1965 में हुआ था. उनके पिता दीपक पांड्या गुजरात से हैं जबकि उनकी मां उर्सुलाइन बोनी पांड्या (जालोकर) स्लोवेनिया से हैं. सुनीता ने पहली बार 2006 में "डिस्कवरी" स्पेस शटल के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा की थी.

सुनीता के बड़े भाई ने बताई बचपन की ऊंट वाली बात

सुनीता विलियम्स के वापसी पर उनके र‍िश्‍ते में बड़े भाई दीपक रावल ने बताया कि सुनीता विलियम्स की वापसी की खबर सुनकर परिवार में सभी खुश हैं. बचपन की बातों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि सारी जिंदगी हम और उनके पिताजी साथ में रहे हैं. अमेरिका जाने के बाद वे लोग जब-जब भारत आए, हमारे घर पर रुके. बचपन से ही सुनीता निडर थी. हमें एक बात याद है कि जब बचपन में उसे ऊंट पर बिठाया गया, तो वह ऊंट के ऊपर से उतर ही नहीं रही थी, किसी तरह उसे उतारा गया था.

सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी पर झुलासन गांव में खुशी का माहौल

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष से वापसी को लेकर गुजरात के मेहसाणा स्थित झुलासन गांव में रहने वाले ग्रामीण काफी खुश हैं. सभी लोग भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि अंतरिक्ष से उनकी सुरक्षित वापसी हो. सुनीता विलियम्स के इस गांव में उनके स्वागत के लिए तैयारियां की जा रही हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है कि सुनीता गांव में जरूर आएंगी. ग्रामीणों के अनुसार, वह सुनीता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वह तीन बार गांव आ चुकी हैं, पहली बार साल 2006 और इसके बाद साल 2012 में आई थ. अन्य ग्रामीणों ने बताया है कि वह सुनीता विलियम्स का भव्य स्वागत करेंगे.

धरती पर उतरते ही स्पेसक्राफ्ट बन जाएगा आग का गोला

क्या आप जानते हैं जब अंतरिक्ष से कोई स्पेसक्राफ्ट वापस धरती पर लौटता है तब क्या होता है? 28000 कि.मी प्रति घंटे की रफ्तार होती है. स्पेसक्राफ्ट आग का गोला बन जाता है. उसे 3,500 डिग्री फैरनहाइट तक के तापमान का सामना करना पड़ता है. अंदर बैठे अंतरिक्ष यात्रियों पर धरती के गुरुत्वाकर्षण बल से चार गुना ज्यादा फोर्स लगता है. यह सब सफलतापूर्वक करने के लिए जरूरत होती है दुनिया की सबसे एडवांस तकनीक का उपयोग होता है. यहां पढ़ें पूरी खबर 

स्पेसक्राफ्ट 'उगलेगा' आग, खुलेंगे 4 पैराशूट

इंतजार बस खत्म होने को है. भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स 9 महीने के लंबे इंतजार के बाद 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ बुधवार, 19 मार्च को तड़के सुबह 3.27 बजे धरती पर आने वाली हैं. उन्हें वापस लाने की जिम्मेदारी SpaceX के स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन पर है, जो उन्हें लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से निकल चुका है. वैसे यह ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट धरती पर लैंड करेगा या समुंदर में गिरेगा? कैप्सूल स्पेसक्राफ्ट के दूसरे भाग से कब अलग होता है? उन 7 मिनट में क्या होता है जब ड्रैगन कैप्सूल आग के गोले में बदल जाता है?  यहां पढ़ें पूरी स्टोरी

पीएम मोदी ने सुनीता विलियम्स के नाम लिखा पत्र

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स मंगलवार की शाम धरती पर लौटने वाली हैं. वह अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर असामान्य रूप से लंबे समय तक रहने के बाद वापस आ रही हैं. पूरी दुनिया की नजर उनकी सुरक्षित वापसी पर है.  इस बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम एक भावुक पत्र लिखकर देश के 1.4 अरब लोगों की भावनाओं को व्यक्त किया है.

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