
- कैलिफोर्निया के फ्रेस्नो में हुई गोलीबारी में लॉरेंस गैंग के 23 साल के बनवारी गोदारा की मौत हो गई.
- मृतक बनवारी गोदारा मूल रूप से सैन होज़े का रहने वाला था और हाल ही में फ्रेस्नो में आया था.
- रोहित गोदारा ने दावा किया कि उसने ही लारेंस बिश्नोई गैंग के हरि बाक्सर पर हमला किया था.
रोहित गोदारा और लारेंस बिश्नोई गैंग के बीच की दुश्मनी जग जाहिर है. दोनों एक दूसरे के जानी दुश्मन है. पिछले दिनों अमेरिका के कैलिफोर्निया में गोलीबारी कर एक शख्स की जान ले ली गई थी. मृतक की पहचान कर ली गई है. उसका नाम बनवारी गोदारा था. गैंगस्टर रोहित गोदारा ने एक पोस्ट में दावा किया था की उसने ही कैलिफोर्निया में में लारेंस बिश्नोई गैंग के हरि बाक्सर पर हमला किया था. इस दौरान हरि बाक्सर को भी गोली लगी थी, जबकि उसके साथी बनवारी की मौत हो गई.
गोदारा गैंग ने किया बनबारी गोदारा को मारने का दावा
कैलिफोर्निया की फ्रेस्नो काउंटी शेरिफ पुलिस ने गोलीबारी में मरने वाले शख्स की पहचान बनबारी गोदारा के तौर पर की है. हालांकि हैरी बाक्सर ने मंगलवार को एक ऑडियो और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि वह कैलिफोर्निया में गोलीबारी के वक्त मौजूद ही नहीं था. पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि गोली लगने से एक शख्स की मौत हुई है, जबकि एक शख्स घायल है.
शनिवार रात गोली लगने से मारे गए शख्स की पहचान 23 साल बनवारी गोदारा के रूप में हुई है. वह हाल ही में फ्रेस्नो में रहने पहुचा था. वह मूल रूप से सैन होज़े का रहने वाला था. जांच अधिकारियों ने उसकी मौत मामले में अब तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.
कैलिफोर्निया में शनिवार रात हुई थी गोलीबारी
बता दें कि शनिवार, 18 अक्टूबर की रात करीब 8 बजे, फ्रेस्नो पुलिस अधिकारियों को खबर मिली थी कि शॉ और ब्रॉले एवेन्यू के पास एक शॉपिंग सेंटर में एक अर्जेंट केयर सेंटर के पास दो लोग गोली लगने से घायल पड़े हैं. मौके पर पहुंचे ईएमएस कर्मियों ने दोनों को कम्युनिटी रीजनल मेडिकल सेंटर पहुंचाया, जहां बनवारी गोदारा की मौत हो गई. 21 साल के दूसरे घायल व्यक्ति को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
आगे की जांच में पता चला कि दोनों को एस. सीडर एवेन्यू के 5400 ब्लॉक में स्थित एक ट्रक रिपेयर यार्ड के पास गोली मारी गई थी. यह इलाका फ्रेस्नो काउंटी क्षेत्राधिकार में आता है, इसलिए फ्रेस्नो पुलिस ने मामले की जांच के लिए फ्रेस्नो काउंटी शेरिफ के कार्यालय से संपर्क किया. डेप्युटी अधिकारियों ने ट्रक यार्ड में पहुंचकर अपराध स्थल के सबूत बरामद किए. जांच दल को भी वहां भेजा गया. जांच में पता चला कि गोली लगने के बाद दोनों पीड़ितों को एक तीसरा व्यक्ति लेकर वाहन से अर्जेंट केयर सेंटर तक पहुंचा. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं