काबुल:
अफगान पुलिस ने कहा कि पगड़ी में विस्फोटक छिपाए हुए एक तालिबान आत्मघाती हमलावर ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी की हत्या की। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी मंगलवार को यहां मारे गए। अफगान सरकार के दो सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है। अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर इन सूत्रों ने बताया कि रब्बानी आज शाम काबुल में अपने घर पर मारे गए। रब्बानी देश की शीर्ष शांति परिषद के प्रमुख थे जिसकी स्थापना अफगान सरकार ने राजनीतिक समाधान की दिशा में आगे बढ़ने के लिए की थी। हालांकि एक साल पहले इसके गठन के बाद से इस दिशा में मामूली प्रगति हुई थी। रब्बानी तालिबान के जाने के बाद अफगान सरकार के राष्ट्रपति बने थे। 1996 में उन्हें काबुल से बाहर किए जाने के बाद वह नार्दर्न एलायंस के प्रमुख बन गए थे। इस एलायंस में ताजिक और उज्बेक शामिल थे जो तालिबान के पतन के बाद काबुल में सत्ता में आया था। रब्बानी ताजिक मूल के थे। रब्बानी तालिबान के जाने के बाद अफगान सरकार के राष्ट्रपति बने थे। 1996 में उन्हें काबुल से बाहर किए जाने के बाद वह नॉर्दन अलायंस के प्रमुख बन गए थे। इस अलायंस में ताजिक और उज्बेक शामिल थे जो तालिबान के पतन के बाद काबुल में सत्ता में आया था। रब्बानी ताजिक मूल के थे। उनकी हत्या से तालिबान उग्रवादियों के साथ शांति वार्ता शुरू करने की उम्मीद को न केवल झटका लगा है बल्कि उन क्षेत्रीय और मूलनिवासी प्रतिद्वन्द्वियों को नियंत्रत करने के प्रयास भी बाधित होंगे जो उग्रवाद को बढ़ावा देते हैं। अफगान राजनीति में चतुर और तालिबान विरोधी नॉर्दन अलायंस के नेता रब्बानी की भूमिका अमेरिका के सहयोग से तालिबान तक पहुंचने और राजनीतिक समझौता करने में अहम थी और निकट भविष्य में इसकी भरपाई होना मुश्किल है। उनकी मौत के बाद नॉर्दन अलायंस के कुछ वरिष्ठ सदस्यों में भी असंतोष उत्पन्न हो सकता है जो राष्ट्रपति हामिद करजई पर तालिबान के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते रहे हैं। अफगानिस्तान के मूलनिवासी अल्पसंख्यकों ने तालिबान के साथ बातचीत को देखते हुए फिर से हथियार उठाना शुरू कर दिया है। रब्बानी की मौत शायद यह प्रक्रिया तेज कर सकती है और वर्ष 2014 में अमेरिकी सैनिकों के देश से जाने के बाद गृह युद्ध के लिए नींव रखी जा सकती है। हमले में करजई के सलाहाकर मोहम्मद मासूम स्तानेकजई घायल हो गए। उनके एक परिजन ने बताया कि स्तानेकजई के जख्म जानलेवा नहीं हैं लेकिन वह अस्पताल में हैं। परिजन ने स्थिति की संवेदनशीलता देखते हुए अपना नाम नहीं बताया। स्तानेकजई अफगानिस्तान शांति एवं पुन:एकीकरण कार्यक्रम के मुख्य कार्याधिकारी हैं। इस कार्यक्रम के लिए धन अमेरिका और गठबंधन सहयोगी मुहैया करा रहे हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य मध्य एवं निचले स्तर के तालिबान को अफगान समाज से पुन: जोड़ना है। अफगानिस्तान में करीब 25,000 से 40,000 उग्रवादी सक्रिय हैं लेकिन इस कार्यक्रम के तहत अब तक केवल 2,000 को ही पुन:एकीकरण की राह में लाने में सफलता मिली है। पुन:एकीकरण सुलह सहमति की प्रक्रिया का ही भाग है जिसका लक्ष्य तालिबान के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ शांति समझौता करना है।