मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शुक्रवार को मलेशिया की एक अदालत ने देश के सबसे बड़े भ्रष्टाचार घोटाले 1MDB' (1Malaysia Development Berhad) से जुड़े एक नए मामले में नजीब को 15 साल की अतिरिक्त जेल की सजा सुनाई है. 1MDB एक सरकारी इनवेस्टमेंट फंड था, जिसे नजीब ने पीएम बनने के तुरंत बाद 2009 में लॉन्च किया था.
सत्ता के दुरुपयोग, मनी लॉन्ड्रिंग के दोषी
अदालत ने नजीब को सत्ता के दुरुपयोग और मनी लॉन्ड्रिंग का दोषी पाया है. कुआलालंपुर हाई कोर्ट के जज कोलिन लॉरेंस सिक्वेरा ने 72 वर्षीय नजीब रज्जाक को सत्ता के दुरुपयोग के सभी 4 मामलों और मनी लॉन्ड्रिंग के सभी 21 मामलों में दोषी ठहराया. यह मामला सरकारी फंड 1MDB से लगभग 2.28 बिलियन रिंगिट (करीब 4600 करोड़ रुपये) के गबन से जुड़ा है, जो सीधे नजीब के निजी बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए थे. जज ने फैसला सुनाते हुए कहा कि नजीब ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री के रूप में अपने पद का इस्तेमाल निजी फायदे के लिए किया.
पहले से काट रहे 6 साल की जेल
अदालत ने नजीब रज्जाक पर 11.4 बिलियन रिंगिट (करीब 25 हजार करोड़ रुपये) का भारी जुर्माना भी लगाया है. नजीब पहले से ही 1MDB से जुड़े एक अन्य मामले में 6 साल जेल की सजा काट रहे हैं. जज ने साफ कर दिया कि ये 15 साल की सजा उनकी मौजूदा सजा पूरी होने के बाद ही शुरू होगी. मतलब नजीब को अब लंबे अरसे तक सलाखों के पीछे रहना होगा.
कोर्ट ने खारिज की धोखे वाली दलील
कोर्ट में नजीब के वकीलों ने तर्क दिया था कि नजीब को उनके करीबी सहयोगी और भगोड़े व्यवसायी झो लो ने गुमराह किया था और उन्हें इस घोटाले की जानकारी नहीं थी. लेकिन जज सिक्वेरा ने इन दलीलों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह कोई संयोग नहीं था बल्कि सबूत बताते हैं कि झो लो नजीब के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे. कोर्ट ने सऊदी किंग की तरफ से मिले पैसों के दावों को भी काल्पनिक कहानी बताकर खारिज कर दिया.
ऐशोआराम, मौजमस्ती पर लुटाए थे पैसे
जांचकर्ताओं का कहना है कि 1MDB फंड से लूटे गए अरबों डॉलर का इस्तेमाल दुनिया भर में महंगी संपत्तियां खरीदने, लग्जरी यॉट की सवारी और मोनेट व वैन गॉग जैसे मशहूर कलाकारों की महंगी पेंटिंग्स खरीदने में किया गया. नजीब के 2018 में सत्ता से हटने के बाद उनके ठिकानों पर हुई छापेमारी में भी करोड़ों के गहने और डिजाइनर बैग जब्त किए गए थे.
अब आगे क्या करेंगे नजीब रज्जाक?
फैसला सुनाए जाने के दौरान नजीब रज्जाक अदालत में मायूस नजर आए. उनके वकील मोहम्मद शफी अब्दुल्ला ने इस फैसले को गलत बताते हुए कहा कि वह इसके खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करेंगे. नजीब ने पहले इस घोटाले के लिए माफी मांगी थी, लेकिन किसी भी गलत काम में शामिल होने से इनकार किया था. पिछले हफ्ते उनकी वह याचिका भी खारिज हो गई थी, जिसमें उन्होंने बाकी की सजा घर पर नजरबंदी में काटने की अनुमति मांगी थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं