पठानकोट हमले के वक्त इस जैश आतंकी ने दूसरे आतंकियों से दो दर्जन से ज्यादा बार बात की थी
लाहौर:
पठानकोर्ट एयरबेस पर इस साल की शुरुआत में हुए हमले के दौरान आतंकियों को फोन पर निर्देश दे रहा जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी कथित रूप से पाकिस्तान से अफगानिस्तान भाग गया है। इस हमले की जांच के लिए गठित संयुक्त जांच दल के एक सदस्य ने यह जानकारी दी है।
पठानकोट के हमलावरों से दो दर्जन बार की फोन पर बात
इस पाक अधिकारी ने कहा, 'पठानकोट में एयरबेस पर दो जनवरी को हुए हमले से पहले इसमें शामिल आतंकियों से दो दर्जन से ज्यादा बार फोन पर बातचीत करने वाला यह जैश का कथित आका अफगान सीमा पार करने में सफल रहा है।' उन्होंने कहा कि लगभग 30 साल की उम्र के इस जैश आतंकी ने पाकिस्तान के कबायली इलाके में रहते हुए आतंकियों से करीब 18 बार बातचीत की।
इस पाकिस्तानी अधिकारी ने उस जैश आतंकी की पहचान तो उजागर नहीं की, लेकिन इतना जरूर कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने (कबायली इलाके में) उसका ठिकाने का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन अब रिपोर्ट्स आ रही है कि वह अफगानिस्तान भाग गया है।
यहां दिलचस्प यह है कि जैश सरगना मसूद अजहर ने पूछताछ में दावा किया था कि पठानकोट हमले का हैंडलर कुछ समय ही संगठन छोड़ दिया था।
पीएम नवाज शरीफ की तरफ से मामले की जांच के लिए 'भारी दबाव'
इस घटनाक्रम से जुड़े एक अन्य सूत्र ने कहा, 'अजहर ने (अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए) जैश के आका को निकाल दिया।' उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां इस मामले की विस्तृत जांच करने और पठानकोट घटना के 'सही तथ्य' बताने के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तरफ से 'भारी दबाव' में हैं।
वैसे पंजाब पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने पठानकोट अड्डे के कथित हमलावरों और उनके साजिशकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन इस संबंध में किसी को भी आरोपित नहीं किया गया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पठानकोट के हमलावरों से दो दर्जन बार की फोन पर बात
इस पाक अधिकारी ने कहा, 'पठानकोट में एयरबेस पर दो जनवरी को हुए हमले से पहले इसमें शामिल आतंकियों से दो दर्जन से ज्यादा बार फोन पर बातचीत करने वाला यह जैश का कथित आका अफगान सीमा पार करने में सफल रहा है।' उन्होंने कहा कि लगभग 30 साल की उम्र के इस जैश आतंकी ने पाकिस्तान के कबायली इलाके में रहते हुए आतंकियों से करीब 18 बार बातचीत की।
इस पाकिस्तानी अधिकारी ने उस जैश आतंकी की पहचान तो उजागर नहीं की, लेकिन इतना जरूर कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने (कबायली इलाके में) उसका ठिकाने का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन अब रिपोर्ट्स आ रही है कि वह अफगानिस्तान भाग गया है।
यहां दिलचस्प यह है कि जैश सरगना मसूद अजहर ने पूछताछ में दावा किया था कि पठानकोट हमले का हैंडलर कुछ समय ही संगठन छोड़ दिया था।
पीएम नवाज शरीफ की तरफ से मामले की जांच के लिए 'भारी दबाव'
इस घटनाक्रम से जुड़े एक अन्य सूत्र ने कहा, 'अजहर ने (अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए) जैश के आका को निकाल दिया।' उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां इस मामले की विस्तृत जांच करने और पठानकोट घटना के 'सही तथ्य' बताने के लिए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की तरफ से 'भारी दबाव' में हैं।
वैसे पंजाब पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने पठानकोट अड्डे के कथित हमलावरों और उनके साजिशकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, लेकिन इस संबंध में किसी को भी आरोपित नहीं किया गया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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