इजरायल गाजा को "अस्थायी" सहायता प्रदान करेगा. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की चेतावनी के कुछ घंटों बाद जारी एक सरकारी बयान में कहा गया, “इजरायल अशदोद (Ashdod) और इरेज़ चेकपॉइंट ( Erez checkpoint) के माध्यम से गाजा में मानवीय सहायता की अस्थायी डिलीवरी की अनुमति देगा.” बयान में कहा गया, यह बढ़ी हुई सहायता मानवीय संकट को रोकेगी और लड़ाई जारी रखने और युद्ध के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक है."
इजरायल द्वारा गाजा में किए गए हवाई हमले में ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन' के छह अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई थी. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी स्वीकार किया कि ये हमला इजरायली बलों द्वारा किया गया था. इस हमले में मारे गए लोग ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, ब्रिटेन, फलस्तीन, अमेरिका और कनाडा के नागरिक हैं. इस हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर की थी.
अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने के बाद इजराइल की ओर से ये सहायता प्रदान की घोषणा की गई है.
इजरायली हमलों में गाजा में 32 हजार से ज्यादा की मौत
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1200 से ज्यादा इजरायली नागरिक मारे गए थे और करीब 250 से ज्यादा को अगवा कर लिया गया था. अगवा किए गए लोगों में से 130 का अब तक पता नहीं है और 34 के बारे में माना जा रहा है कि उनकी मौत हो चुकी है. उधर, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली जवाबी हमले में 32, 623 लोगों की मौत हो चुकी है और इनमें करीब 25 हजार महिलाएं और बच्चे हैं.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव पास कर कहा है कि फौरन युद्धविराम हो और साथ ही सभी इजरायली बंधकों को हमास तुरंत छोड़े.
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