Israel Hamas War: रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि भले ही अमेरिका के पास ऐसी कोई खुफिया या सबूत नहीं है जो फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास (Palestinian Islamist group Hamas) द्वारा इज़रायल में हमलों में ईरान की प्रत्यक्ष भागीदारी की ओर इशारा करता हो, फिर भी ईरान इसमें शामिल है.
ईरान ने आतंकवादी नेटवर्क का लंबे समय से समर्थन किया: व्हाइट हाउस
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने एमएसएनबीसी पर कहा, "ईरान ने संसाधन क्षमताओं के प्रशिक्षण के साथ पूरे क्षेत्र में हमास और अन्य आतंकवादी नेटवर्क का लंबे समय से समर्थन किया है". उन्होंने कहा, इस हमले के संबंध में स्पष्ट रूप से ईरान यहां शामिल है, लेकिन हमले से जुड़े पुख्ता सबूत के रूप में हमारे पास कुछ भी नहीं है.
ईरान पर हमास अटैक को फंडिग देने का आरोप
पिछले दिन संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कहा, ईरान इज़रायल के खिलाफ हमास अटैक (Hamas Attacks on Israel) को फंडिंग कर रहा है.
अमेरिका ने ईरान को दी चेतावनी, इजरायल-हामस युद्ध में न हों शामिल
इससे पहले अमेरिका के टॉप जनरल ने सोमवार को ईरान को इजरायल युद्ध में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी और कहा कि वह नहीं चाहते कि संघर्ष बढ़े, क्योंकि लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर रॉकेटों की बौछार कर दी. व्हाइट हाउस ने पहले सोमवार को कहा था कि इजरायल पर हमास के हमले में ईरान शामिल था, हालांकि, अमेरिका के पास ऐसी कोई खुफिया या सबूत नहीं है जो फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास द्वारा इज़रायल पर किए गए हमलों में ईरान की भागीदारी को साबित कर सके.
ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल चार्ल्स क्यू ब्राउन से जब यह पूछा गया कि ईरान के लिए उनका संदेश क्या है, तो उन्होंने कहा, "इसमें शामिल न हों".
ईरान ने इज़रायल के खिलाफ हमास अटैक में शामलि होने से किया इनकार
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र में ईरान ने रविवार को कहा कि तेहरान इज़रायल के इतिहास के सबसे खूनी हमलों में से एक में शामिल नहीं था.
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