घटनास्थल की तस्वीर
कुवैत सिटी:
कुवैत की राजधानी कुवैत सिटी में एक शिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के दौरान एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट करके उड़ा लिया, जिससे 25 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक अन्य घायल हो गए। इस अप्रत्याशित हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विस्फोट कुवैत सिटी के अल इमाम अल सादिक मस्जिद में हुआ, जिसमें 25 लोग मारे गए।
कुवैत में इस हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है जो कि कुवैत में किसी शिया मस्जिद में हुआ पहला हमला और इस खाड़ी देश में जनवरी 2006 के बाद हुआ पहला हमला है।
सउदी अरब में आईएस से संबद्ध समूह 'नजद प्रॉविंस' ने कहा कि आतंकवादी अबु सुलेमान अल मुवाहिद ने मस्जिद पर हमला किया और उसका दावा था कि मस्जिद की ओर से सुन्नी मुस्लिमों के बीच शिया गुट की शिक्षाओं का प्रसार किया जा रहा था।
कट्टरपंथी सुन्नी मुस्लिम समूह आईएसआईएस शियाओं को धर्मविरोधी मानता है। नजद प्रॉविंस ने हाल के हफ्तों के दौरान सउदी अरब की शिया मस्जिदों के खिलाफ हुए इसी तरह के अन्य विस्फोटों की भी जिम्मेदारी ली थी।
गृह मंत्रालय ने सरकारी कुना संवाद समिति पर जारी एक बयान में कहा कि इस अप्रत्याशित हमले में 202 लोग घायल हो गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कई लोग मारे गए और घायल हो गए। सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में मस्जिद में मलबे के बीच खून में सने कई शव दिखाए गए हैं।
एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, 'यह एक आत्मघाती विस्फोट है।' प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इसी तरह की जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर में जुमे की नमाज के दौरान एक आत्मघाती हमलावर घुस गया।
कुवैत के अमीर शेख सबा अल अहमद अल सबा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। कुवैत टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में उन्हें वहां के हालात देखकर द्रवित होते हुए दिखाया गया।
घटना की चर्चा के लिए कुवैत की कैबिनेट की एक आपात बैठक बुलाई गई। गृह मंत्रालय ने अलर्ट का स्तर बढ़ाने के साथ ही सभी सुरक्षा बलों को गतिशील कर दिया।
कुवैत में घायलों के इलाज के लिए कई अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। वहीं केंद्रीय रक्त बैंक ने रक्तदान की अपील की है। वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि वह इस घटना की पूरी जांच करेगी।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विस्फोट कुवैत सिटी के अल इमाम अल सादिक मस्जिद में हुआ, जिसमें 25 लोग मारे गए।
कुवैत में इस हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है जो कि कुवैत में किसी शिया मस्जिद में हुआ पहला हमला और इस खाड़ी देश में जनवरी 2006 के बाद हुआ पहला हमला है।
सउदी अरब में आईएस से संबद्ध समूह 'नजद प्रॉविंस' ने कहा कि आतंकवादी अबु सुलेमान अल मुवाहिद ने मस्जिद पर हमला किया और उसका दावा था कि मस्जिद की ओर से सुन्नी मुस्लिमों के बीच शिया गुट की शिक्षाओं का प्रसार किया जा रहा था।
कट्टरपंथी सुन्नी मुस्लिम समूह आईएसआईएस शियाओं को धर्मविरोधी मानता है। नजद प्रॉविंस ने हाल के हफ्तों के दौरान सउदी अरब की शिया मस्जिदों के खिलाफ हुए इसी तरह के अन्य विस्फोटों की भी जिम्मेदारी ली थी।
गृह मंत्रालय ने सरकारी कुना संवाद समिति पर जारी एक बयान में कहा कि इस अप्रत्याशित हमले में 202 लोग घायल हो गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कई लोग मारे गए और घायल हो गए। सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में मस्जिद में मलबे के बीच खून में सने कई शव दिखाए गए हैं।
एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, 'यह एक आत्मघाती विस्फोट है।' प्रत्यक्षदर्शियों ने भी इसी तरह की जानकारी देते हुए बताया कि दोपहर में जुमे की नमाज के दौरान एक आत्मघाती हमलावर घुस गया।
कुवैत के अमीर शेख सबा अल अहमद अल सबा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। कुवैत टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में उन्हें वहां के हालात देखकर द्रवित होते हुए दिखाया गया।
घटना की चर्चा के लिए कुवैत की कैबिनेट की एक आपात बैठक बुलाई गई। गृह मंत्रालय ने अलर्ट का स्तर बढ़ाने के साथ ही सभी सुरक्षा बलों को गतिशील कर दिया।
कुवैत में घायलों के इलाज के लिए कई अस्पतालों में आपात स्थिति घोषित कर दी गई है। वहीं केंद्रीय रक्त बैंक ने रक्तदान की अपील की है। वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि वह इस घटना की पूरी जांच करेगी।
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