बगदाद/इरबिल:
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के कब्जे वाले मोसुल के सीमावर्ती गांवों में इराकी और कुर्दिश फौजों की बढ़ती ताकत के बीच इस शहर के लोगों का कहना है कि अपनी जान बचाने के लिए आतंकी नागरिकों को 'मानव ढाल' के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.
माना जा रहा है कि आईएस के शीर्ष नेता और विस्फोटक सामग्री बनाने वाला मुख्य एक्सपर्ट समेत हजारों आतंकी मोसुल में मौजूद हैं और इस शहर पर गठबंधन सेनाओं के कब्जे के लिए किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
टेलीफोन पर लोगों ने बताया कि अभी इराकी फौजें शहर से 20-30 किमी दूर हैं और करीब 100 परिवारों ने हमले के लिहाज से सर्वाधिक खतरे वाले दक्षिण और पूर्वी हिस्से से हटकर शहर के मध्य हिस्सों में जाना शुरू कर दिया है. आईएसआईएस के आतंकी लोगों को मोसुल से भागने से रोक रहे हैं और एक शख्स ने तो बताया कि आतंकी उन इमारतों में रहने के लिए नागरिकों से कह रहे हैं जिनमें वे खुद अभी तक रह रहे थे.
शहर की यूनिवर्सिटी के पास रहने वाले अबू माहिर ने बताया, ''एकदम स्पष्ट है कि आईएसआईएस ने लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है और उन इमारतों में लोगों को रहने की अनुमति दी जा रही है, जिन पर हवाई हमला हो सकता है.''
उल्लेखनीय है कि मोसुल में अभी भी 15 लाख लोग रहते हैं. इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि वह आतंकियों द्वारा केमिकल हमले की आशंका के मद्देनजर लोगों के लिए गैस मास्क तैयार कर रहा है. उल्लेखनीय है कि इराकी कुर्दिश फौजों पर आतंकी पहले भी ऐसे हथियारों से हमले कर चुके हैं.
माना जा रहा है कि आईएस के शीर्ष नेता और विस्फोटक सामग्री बनाने वाला मुख्य एक्सपर्ट समेत हजारों आतंकी मोसुल में मौजूद हैं और इस शहर पर गठबंधन सेनाओं के कब्जे के लिए किए जाने वाले किसी भी जमीनी हमले के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
टेलीफोन पर लोगों ने बताया कि अभी इराकी फौजें शहर से 20-30 किमी दूर हैं और करीब 100 परिवारों ने हमले के लिहाज से सर्वाधिक खतरे वाले दक्षिण और पूर्वी हिस्से से हटकर शहर के मध्य हिस्सों में जाना शुरू कर दिया है. आईएसआईएस के आतंकी लोगों को मोसुल से भागने से रोक रहे हैं और एक शख्स ने तो बताया कि आतंकी उन इमारतों में रहने के लिए नागरिकों से कह रहे हैं जिनमें वे खुद अभी तक रह रहे थे.
शहर की यूनिवर्सिटी के पास रहने वाले अबू माहिर ने बताया, ''एकदम स्पष्ट है कि आईएसआईएस ने लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है और उन इमारतों में लोगों को रहने की अनुमति दी जा रही है, जिन पर हवाई हमला हो सकता है.''
उल्लेखनीय है कि मोसुल में अभी भी 15 लाख लोग रहते हैं. इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन ने कहा है कि वह आतंकियों द्वारा केमिकल हमले की आशंका के मद्देनजर लोगों के लिए गैस मास्क तैयार कर रहा है. उल्लेखनीय है कि इराकी कुर्दिश फौजों पर आतंकी पहले भी ऐसे हथियारों से हमले कर चुके हैं.
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