नई दिल्ली:
संयुक्त राष्ट्र में इराक के राजदूत ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि मोसुल के युद्ध में इस्लामिक स्टेट ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है. राजदूत मोहम्मद अल्खाइम ने कहा कि उन्होंने कल बगदाद में अपनी सरकार से बात करने के बाद यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र को दे दी है. अल्खाइम ने इराक के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले संवाददाताओं से कहा, 'इस बात का वाकई कोई सबूत नहीं है कि दाएश ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया.' दाएश इस्लामिक स्टेट का अरबी में संक्षिप्त नाम है.
रेड क्रॉस की खबर के अनुसार, मार्च की शुरूआत में मोसुल के पास सात लोगों को एक रासायनिक एजेंट के संपर्क में आने से पीड़ित होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें से पांच बच्चे थे. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आईएस के आतंकी मोसुल विश्वविद्यालय में मस्टर्ड गैस जैसे शुरूआती स्तर के रासायनिक हथियार तैयार कर रहे हैं.
इराकी बलों ने पश्चिमी मोसुल को वापस हासिल करने के लिए 19 फरवरी को एक अभियान शुरू किया था. यह सघन आबादी वाला ऐसा सबसे बड़ा केंद्र है, जो जिहादियों के कब्जे में है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रेड क्रॉस की खबर के अनुसार, मार्च की शुरूआत में मोसुल के पास सात लोगों को एक रासायनिक एजेंट के संपर्क में आने से पीड़ित होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इनमें से पांच बच्चे थे. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आईएस के आतंकी मोसुल विश्वविद्यालय में मस्टर्ड गैस जैसे शुरूआती स्तर के रासायनिक हथियार तैयार कर रहे हैं.
इराकी बलों ने पश्चिमी मोसुल को वापस हासिल करने के लिए 19 फरवरी को एक अभियान शुरू किया था. यह सघन आबादी वाला ऐसा सबसे बड़ा केंद्र है, जो जिहादियों के कब्जे में है.
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