
अमेरिका ने मोसुल अभियान को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे मुश्किल सैन्य अभियान करार दिया था. (प्रतीकात्मक फोटो)
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इराक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक मसौदा प्रस्ताव भेजा
इराक के प्रधानमंत्री अल अबादी ने मंगलवार को दी जानकारी
10 जुलाई को मोसुल आईएस के कब्जे से आजाद हुआ था
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अबादी ने मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस मसौदा प्रस्ताव का उद्देश्य आतकंवाद और आईएस से जुड़े उसके सहयोगियों के खिलाफ जंग को जारी रखना है. अबादी का यह बयान आईएस के कब्जे से मोसुल के आजाद होने की आधिकारिक घोषणा के बाद आया है. अबादी ने 10 जुलाई को मोसुल के आईएस के कब्जे से आधिकारिक तौर पर रिहा होने का ऐलान किया था.
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लड़ाई जारी रखेगा अमेरिका
शीर्ष अमेरिकी दूत ब्रेट मैकगर्क ने हाल ही में कहा था कि इराकी शहर मोसूल से आईएस का खात्मा भले ही हो गया हो, लेकिन इस आतंकी संगठन के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. आईएस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के शीर्ष अमेरिकी दूत ब्रेट मैकगर्क ने कहा, अभी काम पूरा नहीं हुआ है. हमें अभी आगे बढ़ना है.
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द्वितीय विश्व युद्ध से मुश्किल अभियान
ब्रेट मैकगर्क ने कहा था कि मोसुल में पिछले एक साल से चल रहा अभियान पिछले कुछ दिन पहले समाप्त हुआ. उन्होंने मोसुल अभियान को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे मुश्किल सैन्य अभियान करार दिया.
(इनपुट IANS)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)