
ईरान के मुखिया और सबसे बड़े नेता अयातुल्ला अली खुमैनी ने शुक्रवार को कहा कि कहा कि क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर तेहरान का उसके खास दुश्मन अमरीका और 'दुष्ट' ब्रिटेन से सहयोग करने कोई इरादा नहीं है। ऐसा एक टीवी रिपोर्ट में बताया गया है। खुमैनी ने टीवी पर लाइव प्रसारित भाषण में कहा कि 1979 की इस्लामी क्रांति से अमरीका अब भी ईरान का दुश्मन है। 'दुष्ट' ब्रिटेन और बड़े शैतान अमरीका पर विश्वास करना एक बड़ी गलती होगी। उन्होंने कहा, 'हम अमरीका से क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग नहीं करेंगे। उनके लक्ष्य हमसे एकदम विपरीत हैं।'
गौरतलब है कि खुमैनी ईरान के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अमरीका उस न्यूक्लियर समझौते के लिए प्रतिबद्ध नहीं है जो तेहरान ने छह बड़ी ताकतों से 2015 में किया था। समझौता ईरान के विवादित न्यूक्लियर कार्यक्रम को रोकने के लिए हुआ था।