
ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग अब दूसरे हफ्ते में पहुंच गई है. दोनों देशों के बीच शांति कायम करने और क्षेत्र में तनाव को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से कई कोशिशें की जा रही हैं. इसी के तहत रूस, चीन और पाकिस्तान ने ईरान की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)में एक सीजफायर ड्राफ्ट पेश किया है. ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी की तरफ से बताया गया है कि ईरान के खिलाफ अमेरिका और जायोनी शासन की आक्रामकता के बाद, तीन देशों - रूस, चीन और पाकिस्तान - ने इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक मसौदा प्रस्ताव प्रस्तुत किया.
डेढ़ पेज का ड्राफ्ट
रूस, चीन और पाकिस्तान द्वारा तरफ से पेश किए गया यह ड्राफ्ट बहुत छोटा है और सिर्फ डेढ़ पेज का ही है. लेकिन इसमें दो मुख्य बिंदु हैं- ईरान में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की देखरेख में शांतिपूर्ण परमाणु सुविधाओं पर हमलों की निंदा की जाए.
इस ड्राफ्ट में दुश्मनी को तुरंत और बिना शर्त खत्म करने की अपील की गई है. तीनों देशों ने कूटनीति के रास्ते पर लौटने के लिए पक्षों पर जोर दिया है. ड्राफ्ट में तत्काल युद्ध विराम की अपील की गई है. वहीं माना जा रहा है कि अगर इस प्रस्ताव पर मतदान होता है तो अमेरिका अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग कर सकता है.
चीन ने फिर किया विरोध
चीन ने सोमवार को एक बार फिर ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों की निंदा की. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि यह हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन करता है. साथ ही इसकी वजह से मिडिल ईस्ट में तनाव भी बढ़ गया है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों से तत्काल और बिना शर्त युद्ध विराम के लिए मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करने का भी अपील की है.
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