सीरिया के दमिश्क में ईरान के दूतावास पर हमले में एक वरिष्ठ अधिकारी की पिछले सप्ताह हुई हत्या के बाद ईरान की ओर से जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी. अब इजरायल पर ईरान की ओर से हमले की आशंका बढ़ती जा रहा है. ईरान इजराइल पर सीधे हमले की तैयारी कर रहा है. अमेरिका सहित अन्य खुफिया अनुमानों में कहा गया है कि जवाबी कार्रवाई रविवार तक हो सकती है. इस हमले के साथ इस पूरे क्षेत्र में युद्ध छिड़ सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजरायल को चेतावनी दी है कि उन्हें जल्द ही ईरान की ओर से हमले की आशंका है. हालांकि उन्होंने ईरान को हमला न करने की चेतावनी दी है.
बाइडेन ने एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, "मैं इस बारे में सिक्योर इनफार्मेशन में नहीं जाना चाहता, लेकिन पूरी संभावना है कि जल्द से जल्द हमला हो सकता है." यह पूछे जाने पर कि इजराइल पर हमला करने पर ईरान को उनका क्या मैसेज है, बाइडेन ने कहा, "नहीं."
वॉल स्ट्रीट जर्नल और ब्लूमबर्ग की रिपोर्टों के अनुसार, ईरान की ओर से यहूदी देश पर हमला इजरायल और उसके सहयोगियों की ओर अपेक्षित मुख्य स्थितियों में से एक है. रिपोर्ट में घटनाक्रम से परिचित लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अगले 24 घंटों के भीतर ड्रोन और मिसाइलों से हमला हो सकता है.
नई रक्षा खुफिया एजेंसी वर्ल्डवाइड थ्रेट की ओर से गुरुवार को देर रात में मौजूदा क्षमताओं के आधार पर जारी किए गए आकलन के मुताबिक, इजरायल पर कोई भी ईरानी हमला संभवतः मिसाइलों और ड्रोनों से होगा.
एजेंसी ने कहा कि, "इजरायल के पास अपनी सीमाओं से 2000 किलोमीटर दूर तक लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम पर्याप्त बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें हैं."
अमेरिका ने क्षेत्र में इजरायल और अमेरिकी बलों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्य साजोसामान भेजा है. नौसेना के एक अधिकारी के मुताबिक, अमेरिका ने दो नौसेना विध्वंसक जहाजों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज दिया है. एक यूएसएस कार्नी है, जो कि हाल ही में लाल सागर में हौथी ड्रोन और एंटी-शिप मिसाइलों के खिलाफ हवाई रक्षा कर रहा था.
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