41 वर्षीय आईटी कंसलटेंट प्रभा अरुण कुमार का शव बुधवार को बेंगलुरु पहुंचने की सम्भावना है। उनके पति अरुण कुमार ने शव की शिनाख्त कर ली है। वो बेंगलुरु से सिडनी गए थे। इन दोनों की 9 साल की एक बेटी भी है जो बेंगलुरु में रहती है और अब तक उसको पता नहीं है उसके मां के साथ क्या हुआ है।
प्रभा अरुण कुमार पिछले तीन सालों से ऑस्ट्रेलिया में एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में रकह रही थीं। पिछले शनिवार जब वो काम खत्म कर घर लौट रही थीं तब एक क़द्दावर शख्स ने चाकू घोंप कर उनकी हत्या कर दी।
हर रोज़ काम पूरा होने के बाद वो अपने पति और बेटी से फ़ोन पर बातें किया करती थीं। हत्या के वक़्त भी वो अपने पति अरुण कुमार से बात कर रही थी। प्रभा ने अरुण को बताया की उसे लगता है कि पीछे चल रहा एक भारी भरकम शख्स उसका पीछा कर रहा है। और तभी प्रभा की गिड़गिड़ाती हुई आवाज़ आती है कि जो लेना है ले लो लेकिन मुझे जाने दो। फिर प्रभा की चीख सुनाई देती है और प्रभा कहती है कि उस शख्स ने मुझे चाक़ू घोंप दिया है, और फिर आवाज़ थम जाती है। तब शनिवार रात के तक़रीबन साढ़े नौ का समय था।
प्रभा के पति अरुण कुमार ने फ़ौरन उसके रूम पार्टनर और दोस्तों को खबर दी। जिन्होंने एम्बुलेंस और इमरजेंसी सेवा को बताया। प्रभा को पास के अस्पताल में दाखिल किया गया लेकिन रात 12:45 पर प्रभा की मौत हो गई।
प्रभा तक़रीबन 3 साल पहले एक प्रोजेक्ट पर काम करने ऑस्ट्रेलिया गयी थीं। प्रॉजेक्ट एक साल का था लेकिन बढ़ते बढ़ते तीन सालों तक पहुंच गया। प्रभा ने इस साल अप्रैल में बेंगलुरु वापस लौटकर अपनी बच्ची के साथ रहने का फैसला किया था। विदेश मंत्रालय का कहना है कि ये हत्या रंगभेद का नतीजा है या फिर इसकी वजह कोई और है इस सवाल के जवाब के लिए पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतज़ार करना चाहिए।
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