न्यूयॉर्क:
भारतीय मूल के एक अमेरिकी अधेड़ व्यक्ति पर हमला कर उन्हें खून से लथपथ हालत में न्यू जर्सी में सड़क पर छोड़ दिया गया। इस घटना को घृणा अपराध माना जा रहा है और हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है।
57वर्षीय रोहित पटेल पर पिछले सप्ताह नॉर्थ ब्रर्न्सविक में नायले किलगोर ने हमला बोलकर सिर पर वार किया था। पटेल को गंभीर चोटें आई हैं। उनके मुंह और माथे पर टांके आए हैं और दांत भी टूट गए हैं।
सीबीएस न्यूयॉर्क की खबर के अनुसार, पुलिस ने 24 वर्षीय किलगोर को हिरासत में ले लिया था और उस पर घृणा की भावना के तहत डराने और हमला बोलने का आरोप लगाया गया। फिलहाल वह जमानत पर है।
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया कि हमलावर ने पटेल को निशाना इसलिए बनाया था, क्योंकि वह भारतीय थे। न्यू जर्सी इलाके में भारतीय मूल के पुरुषों के खिलाफ हाल में लगातार घृणा अपराध होते रहे हैं।
दीपेन पटेल ने सीबीएस रिपोर्ट में कहा, मेरे पिता बहुत कमजोर और बेकसूर व्यक्ति हैं। वह तो अपनी रोजाना की सैर पर गए थे।
पटेल ने कहा कि उनके पिता पड़ोस में टहल रहे थे, तभी उनके पास आकर एक कार रुकी और उन्होंने उसमें से किसी व्यक्ति को निकलते देखा। दीपक ने कहा, उन्हें देखकर उसके दिमाग में ऐसा क्या आया कि उसने उन्हें चोट पहुंचाने का सोचा?
किलगोर के रूप में पहचाने गए हमलावर ने लगभग एक मिनट तक पटेल का पीछा किया और फिर उनके सिर पर वार किया।
किलगोर को जमानत दिए जाने पर सवाल उठाते हुए पटेल के बेटे ने कहा, मुझे समझ नहीं आता कि लगातार घृणा अपराध, हिंसक घृणा अपराध करने वाला उसी रात बाहर कैसे आ जाता है। कथित हमलावर के जमानत पर बाहर आ जाने की जानकारी मिलने पर पटेल ने कहा कि उन्हें घर से निकलने में डर लगता है और स्थानीय भारतीय समुदाय के बहुत से लोग भी डरे हुए हैं।
पटेल और उनकी पत्नी मई में ब्रिटेन से न्यू जर्सी आए थे। अब वे वापस जाने पर विचार कर रहे हैं।
न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी इलाकों में भारतीय मूल के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है।
बीते कुछ समय में भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय के लोग लूटपाट की घटनाओं के निशाने पर रहे हैं। ऐसी घटनाएं दीवाली के बाद के दिनों में अक्सर देखने में आई हैं, क्योंकि उस समय परिवारों के पास नकदी और जेवर उनके घर पर ही होता है।
57वर्षीय रोहित पटेल पर पिछले सप्ताह नॉर्थ ब्रर्न्सविक में नायले किलगोर ने हमला बोलकर सिर पर वार किया था। पटेल को गंभीर चोटें आई हैं। उनके मुंह और माथे पर टांके आए हैं और दांत भी टूट गए हैं।
सीबीएस न्यूयॉर्क की खबर के अनुसार, पुलिस ने 24 वर्षीय किलगोर को हिरासत में ले लिया था और उस पर घृणा की भावना के तहत डराने और हमला बोलने का आरोप लगाया गया। फिलहाल वह जमानत पर है।
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से कहा गया कि हमलावर ने पटेल को निशाना इसलिए बनाया था, क्योंकि वह भारतीय थे। न्यू जर्सी इलाके में भारतीय मूल के पुरुषों के खिलाफ हाल में लगातार घृणा अपराध होते रहे हैं।
दीपेन पटेल ने सीबीएस रिपोर्ट में कहा, मेरे पिता बहुत कमजोर और बेकसूर व्यक्ति हैं। वह तो अपनी रोजाना की सैर पर गए थे।
पटेल ने कहा कि उनके पिता पड़ोस में टहल रहे थे, तभी उनके पास आकर एक कार रुकी और उन्होंने उसमें से किसी व्यक्ति को निकलते देखा। दीपक ने कहा, उन्हें देखकर उसके दिमाग में ऐसा क्या आया कि उसने उन्हें चोट पहुंचाने का सोचा?
किलगोर के रूप में पहचाने गए हमलावर ने लगभग एक मिनट तक पटेल का पीछा किया और फिर उनके सिर पर वार किया।
किलगोर को जमानत दिए जाने पर सवाल उठाते हुए पटेल के बेटे ने कहा, मुझे समझ नहीं आता कि लगातार घृणा अपराध, हिंसक घृणा अपराध करने वाला उसी रात बाहर कैसे आ जाता है। कथित हमलावर के जमानत पर बाहर आ जाने की जानकारी मिलने पर पटेल ने कहा कि उन्हें घर से निकलने में डर लगता है और स्थानीय भारतीय समुदाय के बहुत से लोग भी डरे हुए हैं।
पटेल और उनकी पत्नी मई में ब्रिटेन से न्यू जर्सी आए थे। अब वे वापस जाने पर विचार कर रहे हैं।
न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी इलाकों में भारतीय मूल के लोगों की संख्या काफी ज्यादा है।
बीते कुछ समय में भारतीय मूल के अमेरिकी समुदाय के लोग लूटपाट की घटनाओं के निशाने पर रहे हैं। ऐसी घटनाएं दीवाली के बाद के दिनों में अक्सर देखने में आई हैं, क्योंकि उस समय परिवारों के पास नकदी और जेवर उनके घर पर ही होता है।
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