
- पेरिस के लूव्र म्यूजियम से नेपोलियन के जमाने के गहने सात मिनट में चोरी कर लिए गए थे.
- चोरों ने निर्माणाधीन हिस्से से हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म और डिस्क कटर का इस्तेमाल किया था.
- चोरी में तीन या चार बदमाश शामिल थे और उन्होंने नौ अनमोल गहने चुराए थे.
'ज्वैलथीफ' या फिर 'धूम-2' या 'ओशियन-11' फिल्म की सीरीज, इन फिल्मों का प्लॉट करीब-करीब एक जैसा ही था, चोरी और वह भी ऐसी वैसी नहीं, करोड़ों अरबों की. आपने ऐसे लुटेरों के बारे में तो सुना हो जो 'आंख के नीचे से काजल' भी चुरा लेते हैं और कानों-कान खबर तक नहीं हो पाती है. लेकिन फ्रांस की राजधानी पेरिस में ऐसी चोरी को अंजाम दिया गया है जो सिर्फ 7 मिनट में हुई है. पेरिस के मशहूर म्यूजियम से नेपोलियन के जमाने के गहने चोरी होने के बाद दुनियाभर में हड़कंप है.
हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म की मदद
लूव्र म्यूजियम को बंद कर दिया गया है. इस म्यूजियम में मोना लिसा समेत दुनिया की कुछ सबसे मशहूर ऐतिहासिक चीजें रखी हैं. फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने कहा कि लुटेरे हाइड्रोलिक सीढ़ी का प्रयोग करके म्यूजियम में घुसे और 'कीमती गहने' लेकर भाग गए. उन्होंने इसे एक बड़ी डकैती करार दिया है. फ्रेंच डेली ले पेरिसियन की रिपोर्ट के मुताबिक लुटेरे निर्माणाधीन सीन-फेसिंग वाले हिस्से से घुसे और अपोलो गैलरी के कमरे में जाने के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया.
इतनी देर में खत्म हो जाती फ्रेंच फ्राइज
डकैती के समय अपोलो गैलरी में फ्रेंच क्राउन ज्वेल्स का एक कलेक्शन डिस्प्ले पर था. नुनेज ने कहा कि लुटेर 'डिस्क कटर' से खिड़की के शीशे काटकर अंदर घुसे. इससे लगता है कि इस डकैती से पहले चोरों की टीम ने अच्छे से जासूसी की थी. उन्होंने बताया कि पूरा ऑपरेशन 'सात मिनट' तक चला. डिस्क कटर लिए हुए कुछ बदमाश पेरिस के सख्त सुरक्षा वाले लूव्र म्यूजियम तक स्कूटर पर पहुंचे थे. यहां से अनमोल गहनों की चोरी की और सिफ सात मिनट के अंदर फरार हो गए, यानी उतने समय में जितना एक प्लेट फ्रेंच फ्राइज खत्म करने में लगता है.
9 गहने कितने चोरों ने चुराए
दुनिया के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले इस म्यूजियम में मोना लिसा की मशहूर पेंटिंग भी रखी. नूनेज के अनुसार तीन या चार लोगों ने इस चोरी को अंजाम दिया और उनका निशाना गैलेरी द'अपोलों (एपोलो की गैलरी) में लगी दो डिस्प्ले थीं. ले पेरिसियन की रिपोर्ट के मुताबिक, 'नेपोलियन और महारानी के ज्वेलरी कलेक्शन के नौ टुकड़े चोरी किए गए.' इनमें से एक गहना म्यूजियम के बाहर मिला. रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन या चार चोरों ने बास्केट लिफ्ट का प्रयोग करके सीन नदी की ओर वाले हिस्से से गैलरी तक पहुंच बनाई, जहां कंस्ट्रक्शन का काम जारी था. उन्होंने डिस्क कटर से खिड़कियों को काटकर अंदर प्रवेश किया, नौ गहने चुराए और फरार हो गए.
महारानी का मुकुट मिला बाहर
म्यूजियम के बाहर जो गहना मिला, उसके बारे में माना जा रहा है कि वह महारानी यूजनी का मुकुट था, जो टूटे हुए हाल में मिला. ले पेरिसियन से बातचीत में पेरिस सेंट्र के मेयर एरियल वेल ने कहा कि लूव्र म्यूजियम जैसी सख्त सुरक्षा वाली जगह पर इतनी आसानी से चोरी होना चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा, 'यह एक झटका है. अब तक तो यह सिर्फ फिल्मों की कहानी जैसा लगता था. यह सोचना भी मुश्किल है कि लूव्र में इतनी आसानी से सेंध लगाई जा सकती है. साइट का अचानक बंद होना सार्वजनिक व्यवस्था के लिए बड़ी समस्या पैदा कर रहा है.'
क्या है सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स
लूव्र म्यूजियम का सिक्योरिटी सिस्टम एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और बहुत सारे ह्यूमन रिसोर्स से मिलाकर बना है. इसके खास हिस्सों में सेंसर का 24/7 नेटवर्क, RFID टेक्नोलॉजी, एटमॉसफियर चेंज और बिना इजाजत के एक्सेस पर रियल-टाइम मॉनिटरिंग तक शामिल है. इसके अलावा यहां पर एक डेडिकेटेड फायर ब्रिगेड, बड़ी संख्या में सिक्योरिटी कर्मचारी, और मोना लिसा के प्रोटेक्टिव एनक्लोजर जैसे फिजिकल सिक्योरिटी उपाय भी हैं. इसके बाद भी इतनी बड़ी डकैती होना वाकई हैरान करने वाली बात है.
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