इस्लामाबाद:
संयुक्त राष्ट्र के ऐलान के अनुसार आज महिलाओं की शिक्षा के लिए आवाज उठाने वाली कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई की वीरता के सम्मान में ‘मलाला युसूफजई के लिए कार्रवाई का दिवस’ मनाया गया, जिसे तालिबान ने गोली मार कर घायल कर दिया था।
मलाला के समर्थन में इस्लामाबाद, कराची, लाहौर और मुजफ्फराबाद में प्रदर्शन आयोजित हुए जहां विद्यार्थियों विशेषकर छात्राओं ने शपथ ली कि वे सभी बच्चों के लिए शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए काम करते रहेंगे।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपने एक विशेष संदेश में कहा, ‘‘चूंकि वह 11वीं में थी इसलिए वह लड़कियों के शिक्षा की समर्थक थी। मलाला उन सब का प्रतीक है जो कुछ हमारे यहां अच्छा है।’’
जरदारी ने कहा, ‘‘वे (आतंकवादी) अफगानिस्तान तक नहीं रुकेंगे। वे पाकिस्तान तक नहीं रुकेंगे। उस पर (मलाला पर) हमला हमारे क्षेत्र के प्रत्येक बच्चे पर हमला है। ऐसे समय पर जब हमारे बच्चों पर हमला हो रहा है तब हम हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठै रह सकते हैं। हमें कार्रवाई करना होगा। तुरंत।’’
मलाला के समर्थन में इस्लामाबाद, कराची, लाहौर और मुजफ्फराबाद में प्रदर्शन आयोजित हुए जहां विद्यार्थियों विशेषकर छात्राओं ने शपथ ली कि वे सभी बच्चों के लिए शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए काम करते रहेंगे।
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपने एक विशेष संदेश में कहा, ‘‘चूंकि वह 11वीं में थी इसलिए वह लड़कियों के शिक्षा की समर्थक थी। मलाला उन सब का प्रतीक है जो कुछ हमारे यहां अच्छा है।’’
जरदारी ने कहा, ‘‘वे (आतंकवादी) अफगानिस्तान तक नहीं रुकेंगे। वे पाकिस्तान तक नहीं रुकेंगे। उस पर (मलाला पर) हमला हमारे क्षेत्र के प्रत्येक बच्चे पर हमला है। ऐसे समय पर जब हमारे बच्चों पर हमला हो रहा है तब हम हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठै रह सकते हैं। हमें कार्रवाई करना होगा। तुरंत।’’
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