जिंदल भारतीय मूल के पहले अमरीकी हैं जो राष्ट्रपति पद के लिए मैदान में हैं
वॉशिंगटन:
अमरीका के लुइज़ियाना में भारतीय मूल के गवर्नर बॉबी जिंदल ने कहा है कि अगर उन्हें मौका मिले तो अमरीकी सुप्रीम कोर्ट के आधा दर्जन जजों को बाहर का रास्ता दिखा दें। रिपबल्किन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति के उम्मीदवार बॉबी ने स्वास्थ्य सेवा से जुड़े ओबामाकेयर कानून और समलैंगिक विवाह का पक्ष लेने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि सबसे बड़ी अदालत में बैठे कुछ जज ऐसे हैं जिन्हें वहां बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। गौरतलब है कि इनमें से दो जजों को तो पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश और रोनाल्ड रीगन ने नामांकित किया था।
अमरीका में समलैंगिक विवाह और ओबामाकेयर सब्सिडी को सही बताने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को काफी विरोध झेलना पड़ रहा है। इन फैसलों पर गवर्नर जिंदल का कहना है कि ऐसा लगता है अदालत को संविधान में नहीं लोगों की राय में ज्यादा रुचि है। इससे पहले जून में अपनी उम्मीदावरी की घोषणा करते हुए 44 साल के बॉबी ने 'देश के पैसे बचाने के लिए' अदालत को बंद कर देने का सुझाव भी दे डाला था। लेकिन शुक्रवार को एक सम्मेलन के दौरान बॉबी ने कहा 'हिलैरी क्लिंटन को मेरा जवाब पसंद नहीं आया। उन्हें लगा ये कुछ ज्यादा ही हो गया है, इसलिए मैं समझौता करता हूं। पूरे सुप्रीम कोर्ट को बंद न करके अगर उसके 2/3 हिस्से से छुटकारा मिल जाए तो कैसा रहेगा?'
44 वर्षीय जिंदल भारतीय मूल के पहले अमरीकी हैं जो राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मैदान में हैं। जिंदल का परिवार मूलतः पंजाब से हैं लेकिन काफी अरसे से अमरीका में ही बसा है। अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब तक कुल 17 उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। इनमें डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन समेत चार दावेदार हैं तो रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से जिंदल समेत 13 उम्मीदवार सामने आए हैं।
अमरीका में समलैंगिक विवाह और ओबामाकेयर सब्सिडी को सही बताने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को काफी विरोध झेलना पड़ रहा है। इन फैसलों पर गवर्नर जिंदल का कहना है कि ऐसा लगता है अदालत को संविधान में नहीं लोगों की राय में ज्यादा रुचि है। इससे पहले जून में अपनी उम्मीदावरी की घोषणा करते हुए 44 साल के बॉबी ने 'देश के पैसे बचाने के लिए' अदालत को बंद कर देने का सुझाव भी दे डाला था। लेकिन शुक्रवार को एक सम्मेलन के दौरान बॉबी ने कहा 'हिलैरी क्लिंटन को मेरा जवाब पसंद नहीं आया। उन्हें लगा ये कुछ ज्यादा ही हो गया है, इसलिए मैं समझौता करता हूं। पूरे सुप्रीम कोर्ट को बंद न करके अगर उसके 2/3 हिस्से से छुटकारा मिल जाए तो कैसा रहेगा?'
44 वर्षीय जिंदल भारतीय मूल के पहले अमरीकी हैं जो राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मैदान में हैं। जिंदल का परिवार मूलतः पंजाब से हैं लेकिन काफी अरसे से अमरीका में ही बसा है। अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अब तक कुल 17 उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। इनमें डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन समेत चार दावेदार हैं तो रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से जिंदल समेत 13 उम्मीदवार सामने आए हैं।
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