"मुझे अपने बच्चों में से एक जिंदा चाहिए": भूकंप में 6 संतानों को खोने वाले सीरियाई नागरिक की गुहार

Syria Earthquake: तुर्की की सीमा के ठीक पार स्थित जंडारिस में भूकंप से भारी नुकसान पहुंचा है. कई रिहाइशी इमारतें धराशायी हो गई हैं. मलबे से लाशों को निकालने का काम जारी है. वहीं, मलबे में जिदंगी भी तलाशी जा रही है. इस त्रासदी में बचे हुए स्थानीय लोग भी रेस्क्यू टीम के साश मलबे में फंसे लोगों की मदद में जुटे हुए हैं.

ताजा आंकड़ों के मुताबिक, सीरिया में भूकंप से 3377 लोग मारे गए और 4 हजार से ज्यादा जख्मी हुए हैं.

दमिश्क:

तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप (Turkey-Syria Earthquake) के बाद से हालात बदतर होते जा रहे हैं. दोनों देशों में अब तक 22 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सीरिया में 3377 लोग मारे गए और 4 हजार से ज्यादा जख्मी हुए हैं. सीरिया में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए सामूहिक कब्रें बनाई जा रही हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर कई दर्दनाक कहानियां भी वायरल हो रही हैं. सीरिया के जंडारिस में रहने वाले नासर अल-वाका ने भूकंप की तबाही में अपने 6 बच्चे खो दिए. घर मिनटों में मलबे में तब्दील हो गया. फिर भी वो मलबे में अपने बच्चे खोज रहे हैं. उन्होंने रेस्क्यू टीम (Rescue Team) से गुहार लगाई है कि कम से कम एक बच्चा उन्हें जिंदा चाहिए.

जंडारिस में नासर अल-वाका के दो बच्चों को सोमवार के भूकंप के बाद घर के मलबे से जिंदा निकाला गया था. रेस्क्यू टीम रात के अंधेरे में मलबे में दबे बच्चों के पास पहुंची थी. बच्चे धूल से ढंके हुए थे. उन्हें चोटें भी आई थीं. उनके एक और बच्चे की जान बच गई थी, लेकिन परिवार के बाकी सदस्यों के लिए शोक मनाते वाका को देखकर ये साफ नहीं हो पाया कि उन्होंने भूकंप में कितने बच्चों को खो दिया. उन्होंने अपने मृत बच्चों के लिए जिन नामों को सूचीबद्ध किया, उनमें तीन लड़के और तीन लड़कियां थीं. यानी भूकंप की तबाही में उनके 6 बच्चों की मौत हो गई.

वाका ने उस पल को याद किया जब भूकंप आया. उन्होंने कहा कि उस समय हवाई हमलों, रॉकेट और बैरल बमों से बहुत अलग आवाज हो रही थी. उन्होंने कहा कि वे सीरिया के चल रहे गृहयुद्ध के दौरान बच गए थे. भूकंप में परिवार को खो दिया. वाका कहते हैं, "मैं घर से बाहर भागा और कहा कि कृपया भगवान, एक को जीवित रहने दें. मुझे बस अपने बच्चों में से एक चाहिए."

भूकंप के बाद वाका ने अपने कई बेटों फैसल, मेशाल, मोहसिन और मंसूर को आवाज लगाई थी. बाद में पता चला कि फैसल और मोहसिन दोनों की मौत हो चुकी है. बचाव दल के पहुंचने से पहले ही मलबे में दबे हुए दोनों ने दम तोड़ दिया था. 

तुर्की की सीमा के ठीक पार स्थित जंडारिस में भूकंप से भारी नुकसान पहुंचा है. कई रिहाइशी इमारतें धराशायी हो गई हैं. मलबे से लाशों को निकालने का काम जारी है. वहीं, मलबे में जिदंगी भी तलाशी जा रही है. इस त्रासदी में बचे हुए स्थानीय लोग भी रेस्क्यू टीम के साश मलबे में फंसे लोगों की मदद में जुटे हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने कहा कि 14 सहायता ट्रक शुक्रवार को उत्तर-पश्चिम सीरिया में पार कर गए थे. ये दमिश्क सरकार से लड़ने वाले विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र और भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचने वाली पहली बाहरी मानवीय सहायता है.

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