वाशिंगटन:
अमेरिका में हिंदुओं की आबादी में पिछले सात साल में दस लाख से भी ज्यादा का इजाफा हुआ है और देश में बसे अन्य समूहों के मुकाबले पढ़े लिखे हिंदुओं की तादाद सबसे ज्यादा है। एक नए अध्ययन से यह बात सामने आई है।
अध्ययन के अनुसार, अमेरिकी हिंदुओं की जनसंख्या 2007 में कुल जनसंख्या का 0.4 प्रतिशत थी, जो 2014 में बढ़कर 0.7 प्रतिशत हो गई। वास्तविक आंकड़ों में देखें तो यह इजाफा दस लाख से अधिक है।
अध्ययन के अनुसार देश में मुस्लिम आबादी अमेरिका की कुल जनसंख्या का 0.9 प्रतिशत है, जबकि बौद्ध आबादी इस अवधि के दौरान 0.7 प्रतिशत ही बनी रही। वहीं यहूदियों के साथ हिंदू आबादी देश में सबसे शिक्षित समुदाय है, जिनकी प्रति परिवार आय सभी धर्मों के समूहों में सबसे ज्यादा है।
इस अध्ययन की एक विज्ञप्ति में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार अमेरिका में तमाम वयस्को में 27 प्रतिशत कॉलेज ग्रेजुएट हैं। इसके मुकाबले हिंदुओं में यह 77 प्रतिशत और यहूदियों में 59 प्रतिशत है।
इसी तरह देश में 36 प्रतिशत हिंदू परिवारों की सालामा आय एक लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जबकि देश की कुल आबादी में इतनी आय अर्जित करने वाले 19 प्रतिशत हैं।
अध्ययन के अनुसार 90 प्रतिशत हिंदुओं का कहना है कि वह हिंदू के तौर पर ही पले बढ़े हैं और ऐसे हिंदुओं की तादाद 91 प्रतिशत है, जो जीवनसाथी के तौर पर अपने धर्म के व्यक्ति को ही चुनते हैं। दूसरे किसी धर्म में यह प्रवृत्ति इतनी अधिक नहीं है।
अध्ययन के अनुसार, अमेरिकी हिंदुओं की जनसंख्या 2007 में कुल जनसंख्या का 0.4 प्रतिशत थी, जो 2014 में बढ़कर 0.7 प्रतिशत हो गई। वास्तविक आंकड़ों में देखें तो यह इजाफा दस लाख से अधिक है।
अध्ययन के अनुसार देश में मुस्लिम आबादी अमेरिका की कुल जनसंख्या का 0.9 प्रतिशत है, जबकि बौद्ध आबादी इस अवधि के दौरान 0.7 प्रतिशत ही बनी रही। वहीं यहूदियों के साथ हिंदू आबादी देश में सबसे शिक्षित समुदाय है, जिनकी प्रति परिवार आय सभी धर्मों के समूहों में सबसे ज्यादा है।
इस अध्ययन की एक विज्ञप्ति में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। इसके अनुसार अमेरिका में तमाम वयस्को में 27 प्रतिशत कॉलेज ग्रेजुएट हैं। इसके मुकाबले हिंदुओं में यह 77 प्रतिशत और यहूदियों में 59 प्रतिशत है।
इसी तरह देश में 36 प्रतिशत हिंदू परिवारों की सालामा आय एक लाख अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जबकि देश की कुल आबादी में इतनी आय अर्जित करने वाले 19 प्रतिशत हैं।
अध्ययन के अनुसार 90 प्रतिशत हिंदुओं का कहना है कि वह हिंदू के तौर पर ही पले बढ़े हैं और ऐसे हिंदुओं की तादाद 91 प्रतिशत है, जो जीवनसाथी के तौर पर अपने धर्म के व्यक्ति को ही चुनते हैं। दूसरे किसी धर्म में यह प्रवृत्ति इतनी अधिक नहीं है।
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