स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
इस्लामाबाद:
पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री हफीजुर रहमान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति से जुड़ी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी की आलोचना की है.
उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी की टिप्पणी "चीन एवं पाकिस्तान के बीच सहयोग को लेकर भारत की बढ़ती हताशा का परिचायक" है.
रहमान ने दावा किया, "दक्षिण एशिया, मध्य एशिया और चीन के तीन अरब लोगों को जोड़ने के लिए 'वन बेल्ट, वन रोड' (ओबीओआर) के तहत सीपीईसी की शुरुआत के बाद भारत क्षेत्र में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है..."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कश्मीर के हालात के कारण दबाव है और "सीपीईसी के सफल कार्यान्वयन के कारण उनकी बेचैनी बढ़ गई है..." रहमान ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग सीपीईसी परियोजना के खिलाफ हर साजिश को नाकाम कर देंगे, जो 1970 में ऐतिहासिक कराकोरम राजमार्ग के निर्माण के बाद से क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान कर रहा है.
इस महीने की शुरुआत में पीएम मोदी ने गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात रेखांकित की थी.
उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से संबंधित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी की टिप्पणी "चीन एवं पाकिस्तान के बीच सहयोग को लेकर भारत की बढ़ती हताशा का परिचायक" है.
रहमान ने दावा किया, "दक्षिण एशिया, मध्य एशिया और चीन के तीन अरब लोगों को जोड़ने के लिए 'वन बेल्ट, वन रोड' (ओबीओआर) के तहत सीपीईसी की शुरुआत के बाद भारत क्षेत्र में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है..."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कश्मीर के हालात के कारण दबाव है और "सीपीईसी के सफल कार्यान्वयन के कारण उनकी बेचैनी बढ़ गई है..." रहमान ने कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग सीपीईसी परियोजना के खिलाफ हर साजिश को नाकाम कर देंगे, जो 1970 में ऐतिहासिक कराकोरम राजमार्ग के निर्माण के बाद से क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान कर रहा है.
इस महीने की शुरुआत में पीएम मोदी ने गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की बात रेखांकित की थी.
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