- ट्रंप बंधकों की रिहाई और कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया पर काम करने के लिए अधिकारियों को मिस्र भेज रहे हैं.
- नेतन्याहू ने हमास के निरस्त्रीकरण की आवश्यकता पर बल दिया और सैन्य अभियान जारी रखने की बात कही है.
- ट्रंप ने इजरायल से बमबारी अस्थायी रूप से रोकने को कहा और हमास को बंधकों की रिहाई के लिए चेतावनी दी है.
गाजा पीस प्लान के जरिए नोबेल प्राइज पाने की मंशा पाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कभी धमका रहे हैं तो कभी पुचकार रहे हैं. ट्रंप के पीस प्लान की घोषणा के तुरंत बाद इजरायल ने शनिवार को गाजा में बमबारी कर दी. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 70 फ़िलिस्तीनी मारे गए. इनमें दो महीने से आठ साल की उम्र के सात बच्चे भी शामिल हैं. ये हमले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इजरायल से गाजा पर "तुरंत बमबारी रोकने" का आग्रह करने के बाद हुए. इजरायल के सैन्य अभियान के केंद्र में रहे गाजा शहर में सबसे ज़्यादा लोग हताहत हुए.

ट्रंप ने मामला बिगड़ता देख तत्काल इजरायल को बमबारी रोकने को कहा और फिर हमास को धमकाते हुए कहा कि इजरायल ने बंधकों की रिहाई के लिए बमबारी अस्थायी रूप से रोक दी है. हालांकि, हमास को चेतावनी दी कि वह देरी न करे, वरना सब दांव पर लग जाएगा. ट्रंप ने कहा, "मैं इस बात की सराहना करता हूं कि इजरायल ने बंधकों की रिहाई और शांति समझौते को पूरा होने का मौका देने के लिए बमबारी अस्थायी रूप से रोक दी है. हमास को जल्दी कदम उठाना होगा, वरना सब दांव पर लग जाएगा. मैं देरी बर्दाश्त नहीं करूंगा, जैसा कि कई लोगों को लगता है कि होगा, या ऐसा कोई भी नतीजा बर्दाश्त नहीं करूंगा, जो गाजा पर फिर से खतरा पैदा करे. आइए इसे जल्दी से पूरा करें. सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा."
हमास और इजरायल में आज बनेगी बात

व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि ट्रंप बंधकों की रिहाई और कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया पर काम करने के लिए स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर को मिस्र भेज रहे हैं.अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमास और इजरायल के प्रतिनिधिमंडल भी सोमवार को वार्ता में शामिल होंगे. हमास ने ट्रंप की योजना के कुछ हिस्सों, जैसे गाजा से इजरायल की वापसी और इजरायली बंदियों के बदले लगभग 2,000 फ़िलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली, पर सहमति जताई है. हालांकि, समूह ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह निरस्त्रीकरण को स्वीकार करेगा या नहीं, जो अमेरिकी प्रस्ताव की एक प्रमुख मांग बनी हुई है. यरुशलम में बोलते हुए, इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की कि वार्ताकार शेष बंदियों की रिहाई की समय-सीमा पर काम कर रहे हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमास को निरस्त्र किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "यह या तो ट्रंप के प्रस्ताव के ज़रिए या इजरायली सैन्य कार्रवाई के ज़रिए हासिल किया जाएगा," साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इजरायली सेनाएं गाजा के अंदर अपना अभियान जारी रखेंगी. जवाब में, हमास ने इजरायल पर अमेरिका के युद्धविराम के प्रयासों के बावजूद अपने "अपराध" जारी रखने का आरोप लगाया.
आखिरी वार्ता से पहले तबाही वाला मैसेज

सोमवार को होने वाली बात से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया ट्रूथ पर लिखा, "बातचीत के बाद, इजरायल प्रारंभिक वापसी रेखा पर सहमत हो गया है, जिसे हमने हमास को दिखाया और उसके साथ साझा किया है. जब हमास इसकी पुष्टि करेगा, तो युद्धविराम तुरंत प्रभावी हो जाएगा, बंधकों और कैदियों की अदला-बदली शुरू हो जाएगी, और हम वापसी के अगले चरण के लिए परिस्थितियां तैयार करेंगे, जो हमें इस 3,000 साल की तबाही के अंत के करीब ले जाएगा. इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद, और जुड़े रहें!" जाहिर है ट्रंप इस मसले की पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. माना जा रहा है कि आज की बैठक बेहद महत्वपूर्ण होगी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं