- PM नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान कनाडाई पीएम मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की.
- भारत और कनाडा ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार के लिए 50 बिलियन डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है.
- दोनों देशों ने ट्रेड, निवेश, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, एनर्जी और एजुकेशन क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
G20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है. जी-20 समिट में भारत ने एक अहम कूटनीतिक सफलता हासिल की है. भारत और कनाडा व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गए है.
जो दोनों देशों के रिश्ते में बीच बीते कुछ साल की उथल-पुथल के बाद एक बड़ा बदलाव है. जोहान्सबर्ग में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई बैठक के बाद इस प्रगति की घोषणा की गई. भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में इस बात की जानकारी दी.
मालूम हो कि कनाडा-भारत CEPA 2010 में शुरू हुई थी और 2022 में फार्मास्यूटिकल्स और महत्वपूर्ण एवं दुर्लभ मृदा खनिजों के साथ-साथ पर्यटन, शहरी अवसंरचना, नवीकरणीय ऊर्जा और खनन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने के साथ गति पकड़ी. लेकिन कनाडा ने 2023 में इस वार्ता को स्थगित कर दिया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, “कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बहुत अच्छी मीटिंग हुई. कनाडा के प्राइम मिनिस्टर मार्क कार्नी के साथ मीटिंग बहुत अच्छी रही."
कनाडा के पीएम मार्क कार्नी से मिले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा- हमने कनाडा की मेजबानी में हुए जी7 समिट के दौरान हुई हमारी पिछली मीटिंग के बाद से हमारे आपसी रिश्तों में आई तेजी की तारीफ की. हम आने वाले महीनों में अपने रिश्तों को और आगे बढ़ाने पर सहमत हुए, खासकर ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन, एनर्जी और एजुकेशन में."

2030 तक 50 बिलियन डॉलर के कारोबार का लक्ष्य
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और कनाडा में व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने की बहुत संभावना है. उन्होंने कहा, “हमने द्विपक्षीय व्यापार के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है. कैनेडियन पेंशन फंड भी भारतीय कंपनियों में गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं.”
डिफेंस, स्पेस सेक्टर में आगे बढ़ेंगे भारत और कनाडा
प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश डिफेंस और स्पेस सेक्टर में सहयोग की संभावनाओं को अनलॉक करने और जल्द ही फिर से मिलने पर सहमत हुए हैं. मीटिंग के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर, कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद और दूसरे अधिकारी मौजूद थे.
जून में हुई मीटिंग के बाद हाई कमिश्नरों की हुई थी नियुक्ति
बता दें कि जून की शुरुआत में पीएम मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में जी7 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी से मुलाकात की, जो तनावपूर्ण रिश्तों को फिर से ठीक करने के मकसद से एक जरूरी द्विपक्षीय बैठक थी. इस नए जुड़ाव के बाद नए हाई कमिश्नरों की नियुक्ति हुई. क्रिस्टोफर कूटर को नई दिल्ली में कनाडा का दूत और दिनेश के पटनायक को ओटावा में भारत का हाई कमिश्नर बनाया गया.
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