पेरिस:
पेरिस में बारिश के पानी से उफनती सीन नदी का जलस्तर पिछले तीन दशक में पहली बार अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचा। इस की वजह से लॉवरे और नदी के तटवर्ती क्षेत्र में स्थित अन्य संग्रहालयों में बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे वहां मौजूद वस्तुओं को सुरक्षा के लिहाज से फौरन हटाना पड़ा। इस बीच जलस्तर में धीरे धीरे कमी आने से बाढ़ का खतरा अब कम होता नजर आ रहा है।
अब धीरे धीरे कमी आ रही है जलस्तर की ऊंचाई मेंं
फ्रांस के पर्यावरण मंत्रालय की विजिक्रूज बाढ़ निगरानी वेबसाइट ने बताया कि नदी का जलस्तर कल तड़के 6.10 मीटर की उंचाई पर पहुंच गया था लेकिन फिर इसमें धीरे धीरे कमी आनी शुरू हुई और शाम पांच बजे :स्थानीय समयानुसार: तक जलस्तर 5.99 मीटर तक पहुंच गया। वर्ष 1910 में सीन नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 8.62 मीटर तक पहुंच गया था।
पूरे यूरोप में है बाढ़ का असर
विजिक्रूज के हेड ऑफ मॉडलिंग ब्रूनो जैनेट ने बताया, ‘‘अब हम स्थिर चरण में हैं।’’ समूचे यूरोप में बाढ़ के कारण 18 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ के कारण लोग अपने अपने घरों में फंसे हैं, पेड़ गिर गए हैं और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है। सड़क और रेल मार्ग से संपर्क टूट गया है और बचावकर्मी लाइफबोट्स की मदद से पानी से भरी गलियों में बचाव का काम कर रहे हैं।
एएफपी से मिली आधिकारिक सूचना और प्राप्त खबरों के अनुसार बाढ़ के कारण जर्मनी के बवारिया एवं बैडेन-वुएरटेमबर्ग राज्यों में 11 लोगों की मौत हो गई और फ्रांस में चार, रोमानिया में दो तथा बेल्जियम में एक व्यक्ति की मौत हुई।
अब धीरे धीरे कमी आ रही है जलस्तर की ऊंचाई मेंं
फ्रांस के पर्यावरण मंत्रालय की विजिक्रूज बाढ़ निगरानी वेबसाइट ने बताया कि नदी का जलस्तर कल तड़के 6.10 मीटर की उंचाई पर पहुंच गया था लेकिन फिर इसमें धीरे धीरे कमी आनी शुरू हुई और शाम पांच बजे :स्थानीय समयानुसार: तक जलस्तर 5.99 मीटर तक पहुंच गया। वर्ष 1910 में सीन नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 8.62 मीटर तक पहुंच गया था।
पूरे यूरोप में है बाढ़ का असर
विजिक्रूज के हेड ऑफ मॉडलिंग ब्रूनो जैनेट ने बताया, ‘‘अब हम स्थिर चरण में हैं।’’ समूचे यूरोप में बाढ़ के कारण 18 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ के कारण लोग अपने अपने घरों में फंसे हैं, पेड़ गिर गए हैं और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है। सड़क और रेल मार्ग से संपर्क टूट गया है और बचावकर्मी लाइफबोट्स की मदद से पानी से भरी गलियों में बचाव का काम कर रहे हैं।
एएफपी से मिली आधिकारिक सूचना और प्राप्त खबरों के अनुसार बाढ़ के कारण जर्मनी के बवारिया एवं बैडेन-वुएरटेमबर्ग राज्यों में 11 लोगों की मौत हो गई और फ्रांस में चार, रोमानिया में दो तथा बेल्जियम में एक व्यक्ति की मौत हुई।