
- फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को आपराधिक षड्यंत्र के जुर्म में पांच साल की जेल की सजा दी गई है
- सरकोजी को 2007 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए लीबिया के नेता गद्दाफी से फंड लेने की साजिश में दोषी पाया गया था
- सरकोजी को गद्दाफी की अंतरराष्ट्रीय छवि सही करने के बदले चुनाव के लिए पैसे लेने की साजिश में दोषी ठहराया गया
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी जेल की सलाखों के पीछे चले गए हैं. निकोलस सरकोजी को मंगलवार, 21 अक्टूबर को आपराधिक षड्यंत्र के जुर्म में पांच साल की सजा काटने के लिए पेरिस जेल में बंद किया गया. इसके साथ ही सरकारोजी यूरोपीय संघ के किसी भी देश के ऐसे पहले पूर्व प्रमुख बने हैं जिन्हें जेल जाना पड़ा है. हालांकि उन्होंने पेरिस जेल के अंदर घुसते समय भी यह दावा किया कि वो बेगुनाह हैं. ऐसे में आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर निकोलस सरकोजी किस मामले में दोषी पाए गए हैं.
गद्दाफी से फंड लेना की साजिश के दोषी
दक्षिणपंथी नेता निकोलस सरकोजी ने 2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति की कुर्सी संभाली थी. पिछले महीने ही उन्हें उस राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन के लिए के लिए लिबिया के नेता मुअम्मर गद्दाफी से धन प्राप्त करने की कोशिश करने का दोषी पाया गया था. इसी चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई थी.
फिर दूसरे मामले- तथाकथित "लीबियाई मामले" में, अभियोजकों ने कहा कि सरकोजी के सहयोगियों ने, सकोजी के नाम पर काम करते हुए 2005 में गद्दाफी के साथ पैसे लेने एक सौदा किया था ताकि 2007 का चुनाव जीता जा सके. जांचकर्ताओं का मानना है कि इस पैसे बदले में गद्दाफी की अंतरराष्ट्रीय छवि को बहाल करने में मदद का वादा किया गया था. दरअसल गद्दाफी को 1988 में लॉकरबी, स्कॉटलैंड के ऊपर एक यात्री जेट पर बमबारी और 1989 में नाइजर के ऊपर एक अन्य बम विस्फोट के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसमें सैकड़ों यात्री मारे गए थे.
अदालत ने निकोलस सरकोजी को योजना को लेकर आपराधिक साजिश रचने का दोषी ठहराया है.
यूरोपी के इतिहास में बड़ी खबर क्यों?
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जेल भेजे गए नाजी सहयोगी राष्ट्र प्रमुख फिलिप पेटेन के बाद सरकोजी जेल में बंद होने वाले पहले फ्रांसीसी नेता हो गए हैं. उन्होंने ले फिगारो अखबार को बताया था कि वह अपने साथ यीशु की जीवनी और "द काउंट ऑफ मोंटे क्रिस्टो" की एक कॉपी ले जाएंगे. "द काउंट ऑफ मोंटे क्रिस्टो" एक उपन्यास है जिसमें एक निर्दोष व्यक्ति को जेल की सजा सुनाई जाती है लेकिन बदला लेने के लिए वह जेल से भाग जाता है.
जेल कर्मचारियों ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि सरकोजी को जेल के एकान्त कारावास विंग में नौ वर्ग मीटर (95 वर्ग फुट) की कोठरी में रखे जाने की संभावना है. कर्मचारियों के अनुसार, इससे अन्य कैदियों के साथ संपर्क से बचा जा सकेगा या वे अंदर तस्करी कर लाए गए कई मोबाइल फोनों में से किसी एक से उसकी तस्वीरें नहीं ले पाएंगे.
एकान्त कारावास में, कैदियों को दिन में एक बार, अकेले, एक छोटे से आंगन में टहलने के लिए उनकी कोठरियों से बाहर निकलने की अनुमति दी जाती है. सरकोजी को भी सप्ताह में तीन बार मुलाकात की अनुमति होगी.
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