लंदन:
'आयरन लेडी' के नाम से मशहूर ब्रिटेन की पहली एवं एकमात्र महिला प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर का सोमवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 87 वर्ष की थीं।
थैचर के परिवार ने सोमवार की सुबह उनके निधन का समाचार दिया। थैचर के प्रवक्ता लॉर्ड बेल ने कहा, "मार्क और कैरोल थैचर बेहद दुख के साथ यह घोषणा करते हैं कि उनकी मां बैरोनेस थैचर का सोमवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।"
थैचर के निधन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सम्वेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि थैचर के नेतृत्व में इंग्लैंड ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण तरक्की हासिल की।
अपने शोक संदेश में मनमोहन सिंह ने कहा, "मैं इंग्लैंड की पूर्व प्रधानमंत्री बैरोनेस मारग्रेट थैचर के निधन पर अपनी गहरी सम्वेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने दुनिया के कई राजनीतिज्ञों के साथ थैचर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैमरन ने कहा, "थैचर के निधन के बारे में जानकर मुझे बेहद दुख हुआ है। हमने एक महान नेता, एक महान प्रधानमंत्री और एक महान इंग्लैंडवासी को खो दिया है।"
थैचर के निधन का समाचार मिलने पर इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ भी काफी दुखी हो गईं। बकिंघम पैलेस से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है, "महारानी एलिजाबेथ बैरोनेस थैचर के निधन का समाचार सुनकर दुखी हो गईं। महारानी, थैचर के परिवार को सहानुभूति संदेश भेजेंगी।"
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के अतिरिक्त थैचर अपनी समकालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भी काफी नजदीक थीं। थैचर अपने ही समान कठोर फैसलों के लिए जानी जाने वाली इंदिरा गांधी की स्पष्ट प्रशंसक भी थीं।
1995 में अपनी भारत यात्रा को दौरान थैचर ने कहा था, "हमारे बीच बहुत जल्दी ही अच्छे सम्बंध स्थापित हो गए, हम दोनों ही सर्वोच्च कार्यालयों की एकांतता का अनुभव करते हैं और किसी ऐसे व्यक्ति से बात करना अच्छा लगता है जो आपको समझता हो।"
इंदिरा गांधी के बारे में थैचर ने कहा था, "लेकिन मैंने उनमें ऐसी योग्यताएं देखीं जो मेरी समझ से एक राजनीतिज्ञ के लिए आवश्यक हैं। उन्हें अपने देश पर जुनून की हद तक गर्व था। वह हमेशा निर्भय रहती थीं और बहुत ही व्यावहारिक थीं।"
1984 में आयरिश गणराज्य की सेना द्वारा ब्रिटॉन होटल पर कंजर्वेटिव पार्टी की बैठक के दौरान किए गए हमले में बाल-बाल बचने के बाद थैचर को सबसे पहले जिन कुछ चुनिंदा लोगों ने संदेश भेजे थे, उनमें से इंदिरा गांधी भी थीं।
इंग्लैंड के समाचार चैनल स्काई न्यूज के अनुसार थैचर को क्रिसमस से ठीक पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनके गुर्दे का आपरेशन किया गया। नववर्ष से पहले वह अस्पताल से घर आ गई थीं।
कंजरवेटिव पार्टी की नेता थैचर वर्ष 1979 से 1990 के बीच ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थीं और खराब स्वास्थ्य के कारण सार्वजनिक जीवन से दूर हो गई थीं। उनकी सरकार ने कई सरकारी उद्योगों का निजीकरण किया।
1925 में जन्मी मारग्रेट रॉबर्ट्स वर्ष 1959 में कंजरवेटिव पार्टी के टिकट पर पहली बार ब्रिटिश संसद के निम्न सदन हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए निर्वाचित हुई थीं। वर्ष 1992 में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया। उन्होंने वर्ष 1979, 1983 और 1987 में आम चुनाव जीता था। वह शिक्षा मंत्री भी रही थीं। थैचर को इंग्लैंड को दुनिया का अग्रणी औद्योगिक देश बनाने का श्रेय जाता है।
लॉर्ड बेल ने स्काई न्यूज चैनल से कहा, "उनके जैसी नेता हमें कभी दिखाई नहीं देंगी। वह इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्रियों में से एक थीं।" उन्होंने थैचर को विंस्टन चर्चिल के अतिरिक्त कंजरवेटिव पार्टी का सबसे महान नेता बताया।
थैचर को एक रूसी पत्रकार ने 1976 में रूस के साम्यवाद का विरोध करने पर 'आयरन लेडी' का सम्बोधन दिया था।
थैचर के परिवार ने सोमवार की सुबह उनके निधन का समाचार दिया। थैचर के प्रवक्ता लॉर्ड बेल ने कहा, "मार्क और कैरोल थैचर बेहद दुख के साथ यह घोषणा करते हैं कि उनकी मां बैरोनेस थैचर का सोमवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।"
थैचर के निधन पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सम्वेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि थैचर के नेतृत्व में इंग्लैंड ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण तरक्की हासिल की।
अपने शोक संदेश में मनमोहन सिंह ने कहा, "मैं इंग्लैंड की पूर्व प्रधानमंत्री बैरोनेस मारग्रेट थैचर के निधन पर अपनी गहरी सम्वेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने दुनिया के कई राजनीतिज्ञों के साथ थैचर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैमरन ने कहा, "थैचर के निधन के बारे में जानकर मुझे बेहद दुख हुआ है। हमने एक महान नेता, एक महान प्रधानमंत्री और एक महान इंग्लैंडवासी को खो दिया है।"
थैचर के निधन का समाचार मिलने पर इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ भी काफी दुखी हो गईं। बकिंघम पैलेस से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है, "महारानी एलिजाबेथ बैरोनेस थैचर के निधन का समाचार सुनकर दुखी हो गईं। महारानी, थैचर के परिवार को सहानुभूति संदेश भेजेंगी।"
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के अतिरिक्त थैचर अपनी समकालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के भी काफी नजदीक थीं। थैचर अपने ही समान कठोर फैसलों के लिए जानी जाने वाली इंदिरा गांधी की स्पष्ट प्रशंसक भी थीं।
1995 में अपनी भारत यात्रा को दौरान थैचर ने कहा था, "हमारे बीच बहुत जल्दी ही अच्छे सम्बंध स्थापित हो गए, हम दोनों ही सर्वोच्च कार्यालयों की एकांतता का अनुभव करते हैं और किसी ऐसे व्यक्ति से बात करना अच्छा लगता है जो आपको समझता हो।"
इंदिरा गांधी के बारे में थैचर ने कहा था, "लेकिन मैंने उनमें ऐसी योग्यताएं देखीं जो मेरी समझ से एक राजनीतिज्ञ के लिए आवश्यक हैं। उन्हें अपने देश पर जुनून की हद तक गर्व था। वह हमेशा निर्भय रहती थीं और बहुत ही व्यावहारिक थीं।"
1984 में आयरिश गणराज्य की सेना द्वारा ब्रिटॉन होटल पर कंजर्वेटिव पार्टी की बैठक के दौरान किए गए हमले में बाल-बाल बचने के बाद थैचर को सबसे पहले जिन कुछ चुनिंदा लोगों ने संदेश भेजे थे, उनमें से इंदिरा गांधी भी थीं।
इंग्लैंड के समाचार चैनल स्काई न्यूज के अनुसार थैचर को क्रिसमस से ठीक पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनके गुर्दे का आपरेशन किया गया। नववर्ष से पहले वह अस्पताल से घर आ गई थीं।
कंजरवेटिव पार्टी की नेता थैचर वर्ष 1979 से 1990 के बीच ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थीं और खराब स्वास्थ्य के कारण सार्वजनिक जीवन से दूर हो गई थीं। उनकी सरकार ने कई सरकारी उद्योगों का निजीकरण किया।
1925 में जन्मी मारग्रेट रॉबर्ट्स वर्ष 1959 में कंजरवेटिव पार्टी के टिकट पर पहली बार ब्रिटिश संसद के निम्न सदन हाउस ऑफ कॉमन्स के लिए निर्वाचित हुई थीं। वर्ष 1992 में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया। उन्होंने वर्ष 1979, 1983 और 1987 में आम चुनाव जीता था। वह शिक्षा मंत्री भी रही थीं। थैचर को इंग्लैंड को दुनिया का अग्रणी औद्योगिक देश बनाने का श्रेय जाता है।
लॉर्ड बेल ने स्काई न्यूज चैनल से कहा, "उनके जैसी नेता हमें कभी दिखाई नहीं देंगी। वह इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्रियों में से एक थीं।" उन्होंने थैचर को विंस्टन चर्चिल के अतिरिक्त कंजरवेटिव पार्टी का सबसे महान नेता बताया।
थैचर को एक रूसी पत्रकार ने 1976 में रूस के साम्यवाद का विरोध करने पर 'आयरन लेडी' का सम्बोधन दिया था।
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