उदारवादी नेता मोहम्मद अलबरदेई को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने को लेकर देश के नए नेतृत्व में घमासान हो रहा है और दूसरी ओर सत्ताच्युत राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के पक्ष और विपक्ष में एक साथ हो रही रैलियों के हिंसा भड़कने का डर है।
                                            
                                            क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                काहिरा: 
                                        मिस्र में राजनीतिक उठापटक ने एक और नाटकीय मोड़ ले लिया है। उदारवादी नेता मोहम्मद अलबरदेई को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने को लेकर देश के नए नेतृत्व में घमासान हो रहा है और दूसरी ओर सत्ताच्युत राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के पक्ष और विपक्ष में एक साथ हो रही रैलियों के हिंसा भड़कने का डर है।
मुर्सी को सत्ता से हटाने का समर्थन करने वाली अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर नीत गठबंधन सरकार द्वारा अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए अलबरदेई के चयन पर पशोपेश में है और मुर्सी के समर्थन एवं विरोध में जारी रैलियों के कारण तनाव बहुत बढ़ गया है। देश को इस खूनी संकट से उबारने के लिए अलबरदेई को अंतरिम प्रधानमंत्री बनए जाने की बात हो रही है।
सरकारी टीवी चैनल पर राष्ट्रपति के सलाहकार अहमद अल-मुस्लीमानी ने कहा कि अलबरदेई ने दोपहर में दो घंटे के लिए अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर से मुलाकात की थी और ‘चर्चा और विचार विमर्श जारी’ है। उन्होंने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री और मंत्रियों के नाम की घोषणा होगी।’ उन्होंने कहा कि जिन नामों पर विचार किया जा रहा है उस सूची में अलबरदेई ही ‘जायज विकल्प’ हैं।
यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है।
                                                                        
                                    
                                मुर्सी को सत्ता से हटाने का समर्थन करने वाली अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर नीत गठबंधन सरकार द्वारा अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए अलबरदेई के चयन पर पशोपेश में है और मुर्सी के समर्थन एवं विरोध में जारी रैलियों के कारण तनाव बहुत बढ़ गया है। देश को इस खूनी संकट से उबारने के लिए अलबरदेई को अंतरिम प्रधानमंत्री बनए जाने की बात हो रही है।
सरकारी टीवी चैनल पर राष्ट्रपति के सलाहकार अहमद अल-मुस्लीमानी ने कहा कि अलबरदेई ने दोपहर में दो घंटे के लिए अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर से मुलाकात की थी और ‘चर्चा और विचार विमर्श जारी’ है। उन्होंने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री और मंत्रियों के नाम की घोषणा होगी।’ उन्होंने कहा कि जिन नामों पर विचार किया जा रहा है उस सूची में अलबरदेई ही ‘जायज विकल्प’ हैं।
यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं