कराची / सिंगापुर सिटी:
पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में दिवाली की रौनक रही। इस मौके पर कराची का स्वामी नारायण मंदिर रोशनी से नहाया हुआ था और बाजार में काफी भीड़ देखी गई। लोगों ने आतिशबाजी भी की। दिवाली का मौका कराची के हिन्दू समुदाय के लिए खास होता है। अंधेरे पर रोशनी की जीत के इस त्योहार पर कराची के ओल्ड सिटी इलाके के स्वामीनारायण मंदिर में खासी गहमा गहमी होती है। भजन−कीर्तन से माहौल की रंगत और भी बढ़ जाती है। सिंगापुर में भी दिवाली की रौनक देखने को मिली। 'लिटिल इंडिया' के तौर पर मशहूर कैम्पबेल लेन से सटे बाजार में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। वहां की दुकानें दिवाली के सामानों से सजी थीं और लोगों ने फूल और सजावट के सामानों की जमकर खरीदारी की। कैंडल, दीए और बिजली की लाइट्स भी लोगों ने जमकर खरीदे। हालांकि एक चीज की कमी सिंगापुर में रहने वाले भारतीयों को खलती रहती है और वह है पटाखा। सिंगापुर में पटाखे नहीं बिकते और वहां पटाखा छोड़ने या बेचने पर दो साल की जेल हो सकती है। 41 लाख की आबादी वाले सिंगापुर में करीब चार लाख भारतीय रहते हैं।
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