दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी क्षेत्रों में पिछले हफ्ते से हो रहे हिंसक विरोध-प्रदर्शनों में अब तक 212लोगों की मौत हो चुकी है. देश के कार्यवाहक प्रेसीडेंसी मंत्री खुम्बुद्ज़ो नत्शावेनी ने शुक्रवार को मीडिया को ये जानकारी दी है.
तटीय इलाके क्वाज़ुलु-नताल (केजेडएन) में शुक्रवार को 89 मौतों की खबर है. इससे वहां मृतकों का कुल आंकड़ा बढ़कर 180 हो गया है, जबकि गौतेंग में कुल 32 मौतें हुई हैं. अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने गौतेंग में 862 और केजेडएन में 1,692 और लोगों को गिरफ्तार किया है.
नत्शावेनी ने कहा कि गौतेंग और केजेडएन में स्थिति "धीरे-धीरे, लेकिन दृढ़ता से" गुरुवार से सामान्य हो रही है, लेकिन केजेडएन के कुछ क्षेत्रों में अभी भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. पुलिस को रात भर में केजेडएन में 1,488 मामलों की रिपोर्ट मिली, जबकि गौतेंग में कोई नई घटना सामने नहीं आई है.
पुलिस ने केजेडएन में दो संदिग्धों को 4,000 राउंड गोला-बारूद और बिना लाइसेंस के आग्नेयास्त्रों के साथ गिरफ्तार किया है. बृहस्पतिवार को भी जुमा के गृह प्रांत क्वाजुलु-नताल प्रांत में शॉपिंग केंद्रों पर फिर से हमले हुए तथा कई कारखानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई.
देश में एक सप्ताह से जारी दंगों और हिंसा पर रोक लगाने में पुलिस की मदद करने के लिए दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय रक्षा बल (SANDF) के 25 हजार जवानों की तैनाती की गई है. अधिकारी ने कहा, सैनिक गौतेंग के हॉटस्पॉट में तैनात हैं और अन्य प्रांतों में भी उनकी तैनाती की गई है क्योंकि "हम नहीं चाहते कि भड़काने वाले दूसरे प्रांतों में फायदा उठाएं."
हिंसा वाले गाउतेंग और क्वाजुलु-नताल प्रांतों में सैनिकों को ले जाने के लिए ट्रकों, बख्तरबंद वाहनों और हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. बता दें कि दक्षिण अप्रीका में पिछले सप्ताह हिंसा तब शुरू हुई थी जब पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने अदालत की अवमानना के मामले में 15 महीने की अपनी सजा की शुरुआत की.
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