
एक समय था जब जानवर पूरी दुनिया में सर्कस का एक बड़ा हिस्सा होते थे. लेकिन जानवरों के साथ दुर्व्यवहार के मामले सामने आने के बाद आयोजकों को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. उसके बाद छोटे अफ्रीकी हाथियों को चिड़ियाघरों और सर्कसों में नहीं बेचा जा सकता था. ब्रिटेन ने यात्रा सर्कसों को प्रतिबंधित कर दिया और अब इस बात की संभावना है कि डेनमार्क जल्द इसको फॉलो करेगा. अब डेनमार्क की सरकार ने आखिरी 4 सर्कस के हाथियों को खरीदा है. बीबीसी के मुताबिक इन हाथियों के लिए सरकार ने सरकुस ऐरेना और सरकुस ट्रापेज को 11 मिलियन डेनिस क्रोनर(11 करोड़ रुपए से ज्यादा) अदा किये हैं जिससे यह जानवर अब रिटायर हो सकें.
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 'एनीमल प्रोटेक्शन डेनमार्क' नाम का एक समूह इन हाथियों की तब तक देखभाल करेगा जब तक उनका नया घर निश्चित नहीं हो जाता. सरकार ने उन चिड़ियाघरों से आवेदन मांगे हैं जो जानवरों को लेना चाहते हैं. एक स्थान 440-हेक्टेयर का क्नूथनबोर्ग सफारीपार्क है जो हाथियों को एक खुश और शांतिपूर्ण रिटायरमेंट का वादा करता है.
देश के पर्यावरण और खाद्य मंत्रालय का कहना है, 'हाथियों को उस प्रतिष्ठान में भेजा जाएगा जो उन्हें सबसे अच्छे स्तर की पेशकश कर सकता है.' कानूनविदों के अलावा, कुछ सर्कस खुद भी क्रूरता विरोधी कदम उठा रहे हैं. उदाहरण के लिए, जर्मनी में एक सर्कस का नाम 'सर्कस रोनकल्ली' है, जिसने अपने शो में असली जानवरों को 3 डी होलोग्राम से बदल दिया है.
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