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This Article is From Oct 22, 2022

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने संविधान में शामिल किया ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध : AFP

चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने दो दशक के कांग्रेस (अधिवेशन) के अंत में जारी एक प्रस्ताव में शनिवार को अपने संविधान में ताइवान (Taiwan) की स्वतंत्रता का विरोध किया. प्रस्ताव में कहा गया, "अधिवेशन ताइवान की आजादी की मांग करने वाले अलगाववादियों का कड़ा विरोध करने और उन्हें रोकने के लिए पार्टी के संविधान के बयानों को शामिल करने के लिए सहमत है."

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने संविधान में शामिल किया ताइवान की स्वतंत्रता का विरोध : AFP
चीन की पंचवर्षीय कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस का समापन शनिवार को हुआ.
बीजिंग:

चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने दो दशक के कांग्रेस (अधिवेशन) के अंत में जारी एक प्रस्ताव में शनिवार को अपने संविधान में ताइवान (Taiwan) की स्वतंत्रता का विरोध किया. प्रस्ताव में कहा गया, "अधिवेशन ताइवान की आजादी की मांग करने वाले अलगाववादियों का कड़ा विरोध करने और उन्हें रोकने के लिए पार्टी के संविधान के बयानों को शामिल करने के लिए सहमत है."

चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) का एक सप्ताह से जारी महासम्मेलन (कांग्रेस) शनिवार को पार्टी की केंद्रीय समिति के चुनाव और राष्ट्रपति शी चिनफिंग को और अधिकार देने के लिए अपने संविधान में बदलाव सहित कई प्रस्तावों को पारित करने के साथ ही संपन्न हो गया. सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रपति चिनफिंग ने की जिनके नाम को रविवार को तीसरे कार्यकाल के लिए प्रस्तावित किए जाने की उम्मीद है.

नवनिर्वाचित केंद्रीय समिति में लगभग 370 वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है. शीर्ष नेताओं की केंद्रीय समिति की बैठक रविवार को राजनीतिक ब्यूरो (पॉलिटिकल ब्यूरो) के चुनाव के लिए होगी. राजनीतिक ब्यूरो शक्तिशाली स्थायी समिति का चुनाव करेगी, जिसमें सात सदस्य होते हैं. पार्टी प्रक्रिया के तहत स्थायी समिति पार्टी महासचिव का चुनाव करेगी.

चिनफिंग 2012 से ही पार्टी के महासचिव हैं और उम्मीद की जा रही है कि नयी स्थायी समिति उनके तीसरे कार्यकाल के लिए प्रस्ताव पेश करेगी. चिनफिंग इस साल सीपीसी प्रमुख और राष्ट्रपति के तौर पर अपना 10 साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं. पार्टी संस्थापक माओत्से तुंग के बाद वह पहले चीनी नेता होंगे जो सत्ता में तीसरे कार्यकाल तक कायम रहेंगे. माओत्से तुंग ने लगभग तीन दशक तक शासन किया था.

पर्यवेक्षकों का कहना है कि नया कार्यकाल मिलने का अभिप्राय चिनफिंग का भी माओ की तरह जीवनपर्यंत सत्ता में बने रहना हो सकता है. चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चिनफिंग नयी स्थायी समिति के साथ रविवार को मीडिया से बातचीत करेंगे.

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