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ट्रंप को ठेंगा! चीन के विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे पुतिन और किम जोंग उन, अलग-थलग पड़ेगा अमेरिका

चीन के 'विजय दिवस' परेड को हाई लेबल पर कोरियोग्राफ किया गया है. यहां फाइटर जेट, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और हाइपरसोनिक हथियारों जैसे अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का यहां प्रदर्शन किया जाएगा.

ट्रंप को ठेंगा! चीन के विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे पुतिन और किम जोंग उन, अलग-थलग पड़ेगा अमेरिका
चीन के विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे पुतिन और किम जोंग उन
  • चीन में तीन सितंबर को विजय दिवस परेड आयोजित की जाएगी जिसमें 26 विदेशी राष्ट्राध्यक्ष भाग लेंगे.
  • इस परेड में रूस के पुतिन, नॉर्थ कोरिया के किम जोंग उन समेत कई देशों के नेता शामिल होंगे.
  • परेड के दौरान चीन अपनी सैन्य ताकत के आधुनिक हथियार जैसे फाइटर जेट और मिसाइल डिफेंस दिखाएगा.
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3 सितंबर को चीन में "विजय दिवस" की ​​परेड होने वाली है. चीनी विदेश मंत्रालय के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन सहित 26 देशों के राष्ट्राध्यक्ष इसमें भाग लेने वाले हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के सरेंडर को बीजिंग में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी मौके पर एक विशाल मिलिट्री परेड के जरिए चीन अपनी सैन्य ताकत दिखाएगा.

चीन के सहायक विदेश मंत्री होंग लेई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की कि परेड में 26 विदेशी राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष शामिल होंगे. पुतिन, किम जोंग के अलावा बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्सांद्र लुकाशेंको, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजशकियान, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो और साउथ कोरिया के नेशनल असेंबली स्पीकर वू वोन-शिक भी इस परेड में भाग लेंगे.

यहां से चीन, रूस और वैश्विक दक्षिण के बीच राजनयिक एकजुटता का मैसेज देने की कोशिश है.  उस दिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 26 राष्ट्राध्यक्ष और वरिष्ठ चीनी नेताओं के साथ तियानमेन चौक पर हजारों सैनिकों का परेड देखेंगे.

यह परेड शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के तुरंत बाद बीजिंग में आयोजित की जा रही है. एससीओ शिखर सम्मेलन 31 अगस्त और 1 सितंबर को तियानजिन शहर में निर्धारित है. पीएम मोदी भी इसमें भाग लेंगे.

दुनिया देखेगी दमखम

इस परेड को हाई लेबल पर कोरियोग्राफ किया गया है. इसके पिछले कुछ वर्षों में चीन की सबसे बड़ी परेडों में से एक होने की उम्मीद है. फाइटर जेट, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और हाइपरसोनिक हथियारों जैसे अत्याधुनिक सैन्य उपकरणों का यहां प्रदर्शन किया जाएगा.

संयुक्त राज्य अमेरिका या प्रमुख पश्चिमी यूरोपीय देशों के किसी भी नेता के इस परेड में भाग लेने की उम्मीद नहीं है. 

किम जोंग का इस परेड में शामिल होना भी एक बड़ी खबर है. वजह है कि यह 2019 के बाद उनकी चीन की पहली यात्रा होगी. दिसंबर 2011 में अपने पिता की मृत्यु के बाद सत्ता विरासत में मिलने के बाद से, किम जोंग ने शी जिनपिंग, पुतिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, साउथ कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति मून जे-इन और अन्य से मुलाकात की है. लेकिन ये सभी मुलाकात द्विपक्षीय बैठकों के रूप में हुई थीं. किम ने आज से पहले किसी भी बहुपक्षीय शिखर सम्मेलन या विदेशी नेताओं से जुड़े कार्यक्रमों में भाग नहीं लिया है.
 

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