चीन ने रविवार को विश्व की सबसे बड़ी जनगणना शुरू की. सर्वाधिक आबादी वाले देश में यह एक दशक में एक बार की जाती है. देश की सातवीं जनगणना के लिए करीब 70 लाख जनगणना कर्मी घर-घर जाकर सर्वे करेंगे. उल्लेखनीय है कि 10 साल पहले की गई जनगणना में चीन की आबादी 1.37 अरब दर्ज की गई थी.
राष्ट्रीय विकास एवं सुधार आयोग के उप प्रमुख निंग जिझे ने राष्ट्रीय जनगणना कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए एक वीडियो कांफ्रेंस के दौरान कहा कि आबादी के आकार, संरचना और वितरण को समझने के लिए जनगणना महत्वपूर्ण है.
सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक जनगणना में चीनी नागरिकों के नाम, पहचान पत्र (आईडी) संख्या, लिंग, वैवाहिक स्थिति, शिक्षा और पेशा से जुड़े आंकड़े एकत्र किए जाएंगे.
गौरतलब है कि ‘एक बच्चा' नीति लागू करने के बाद चीन जनसांख्यिकीय संकट का सामना कर रहा था क्योंकि इसकी आबादी का एक बड़ा हिस्सा वृद्ध हो रहा था. इसलिए, चीन ने 2016 से लोगों को दूसरी संतान की अनुमति दी है.
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