
चीन और अमेरिका के बीच खुला व्यापार युद्ध (US-China Trade War) जारी है. न अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पीछे हटने के लिए तैयार हैं और न चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रत्ती भर भी झूकने को राजी. 2 अप्रैल को अमेरिका के लिए ट्रंप के कथित ‘लिबरेशन डे' से पहले ही चीन के साथ टैरिफ वॉर शुरू हो गया था. तब से लग रहा जैसे कि किसी नीलामी में बोली लग रही है- एक पैतरा अमेरिका चलता है तो दूसरा चीन. अभी का हाल यह है कि अमेरिका में आने वाले चीनी सामानों पर 145 प्रतिशत टैरिफ वसूला जा रहा है तो चीन में आने वाले अमेरिकी सामानों पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाया जा रहा. इन सभी उठा-पटक में एक बात तो साफ है कि ट्रंप ने जो उम्मीद लगाई थी कि चीन बैकफुट पर जाते ही उनके सामने लाचार नजर आएगा, वैसा कुछ हुआ नहीं है. चलिए आपको एक टाइमलाइन के जरिए बताते हैं कि चीन ने अबतक अमेरिका पर कैसे जवाबी पलटवार किया है:
- 1 फरवरी 2025 को ट्रंप ने चीन पर 10%, जबकि मैक्सिको और कनाडा पर 25% टैरिफ लगाया. 3 फरवरी को ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा पर लगाए 25% के टैरिफ को तो रोक दिया लेकिन चीन को कोई राहत नहीं दी और 4 फरवरी से सभी चीनी सामानों पर 10% टैरिफ लागू हो गया. इसी दिन चीन ने घोषणी की कि वह अमेरिकी कोयले और LNG (लिक्विफाइड नेचुरल गैस) पर 15% टैरिफ और कच्चे तेल और कृषि मशीनरी, बड़े डिसप्लेसमेंट कारों और पिकअप ट्रकों पर 10% टैरिफ लगाएगा. 10 फरवरी से यह प्रभावी हो गया.
- 4 मार्च को ट्रंप ने कुछ अपवादों के साथ चीन पर अतिरिक्त 10% टैरिफ (अब कुल टैरिफ 20% हो गया), और मैक्सिकन और कनाडाई आयात पर 25% टैरिफ लगाया. इसी दिन चीन ने अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 10 से 15% टैरिफ लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया जो 10 मार्च से प्रभावी हुआ.
- 12 मार्च से अमेरिका के अंदर सभी देशों से आने वाले स्टील और एल्यूमीनियम पर 25% टैरिफ लागू हो गया. चीन पर पहले से ही 20% टैरिफ लगा हुआ था इसलिए चीन से आने वाले स्टील और एल्यूमीनियम पर कुल मिलाकर अमेरिका में 45% टैरिफ वसूला जाने लगा.
- फिर आया 2 अप्रैल वाला लिबरेशन डे. ट्रंप ने तमाम देशों पर "रेसिप्रोकल" टैरिफ के एक पैकेज की घोषणा की. चीन पर टैरिफ में 34% की वृद्धि देखी गई. 5 अप्रैल से 10% का बेसिक टैरिफ लागू हुआ और 9 अप्रैल से पूरा टैरिफ वसूला जाने लगा. जवाब में चीन ने 10 अप्रैल से अमेरिकी वस्तुओं पर 34% टैरिफ लगाने की घोषणा की.
- बारी अब ट्रंप की थी. ट्रंप ने चीन के जवाबी टैरिफ का विरोध किया और धमकी दी कि अगर चीन पीछे नहीं हटा तो 34% के अलावा 50% का और टैरिफ लगाया जाएगा. 9 अप्रैल को ट्रम्प ने चीन पर सभी आयातों पर 84% अतिरिक्त लेवी लगा दी, जिससे कुल टैरिफ 104% हो गया.
- 9 अप्रैल को ही चीन ने अमेरिकी वस्तुओं के आयात पर 84% के जवाबी टैरिफ की घोषणा की. फिर इसी दिन ही ट्रंप ने तत्काल प्रभाव से चीनी आयात पर टैरिफ बढ़ाकर कम से कम 145% कर दिया. ट्रंप ने इस दिन तमाम दूसरे देशों पर लगाए रेसिप्रोकल टैरिफ पर तो 90 दिन की रोक (10% बेसिक टैरिफ बना रहा) लगा दी लेकिन चीन को ऐसी कोई राहत नहीं मिली.
- चीन ने 4 अप्रैल को 7 रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी सरकार ने 6 रेयर अर्थ मेटल्स के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया, जो पूरी तरह से चीन में ही रिफाइन होती हैं. साथ ही रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात पर भी रोक लगाया जिनमें से 90 प्रतिशत चीन में उत्पादित होते हैं. रेयर अर्थ मेटल्स और उनसे बने विशेष चुम्बक अब केवल विशेष निर्यात लाइसेंस के साथ ही चीन से बाहर भेजे जा सकते हैं.
- 11 अप्रैल को चीन ने अमेरिकी आयात पर अपना टैरिफ बढ़ाकर 125% कर दिया.
- 15 अप्रैल को चीन ने अपनी एयरलाइनों से कहा है कि वे अमेरिकी की प्लेन बनाने वाली दिग्गज कंपनी बोइंग से जेट की डिलीवरी लेना बंद कर दें.
- साथ ही बीजिंग ने अपने एयरलाइंस से अमेरिकी कंपनियों से विमान-संबंधी उपकरणों और भागों की खरीद को निलंबित करने के लिए भी कहा है.
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