
ब्रिटेन के एक अस्पताल में कोविड-19 महामारी से अग्रिम मोर्चे पर मुकाबला कर रहे भारतीय मूल के एक डॉक्टर एक होटल में मृत पाए गए जहां वह परिवार से अलग एकांतवास में रह रहे थे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) द्वारा संचालित वेक्सहैम पार्क अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर राजेश गुप्ता सप्ताह की शुरुआत में मृत पाए गए. उनकी मौत का कारण पता नहीं चल पाया है. फ्रीमली हेल्थ एनएचएस फाउंडेशन न्यास ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, “हमें यह जानकारी देते हुए दुख हो रहा है कि डॉ राजेश गुप्ता हमारे बीच नहीं रहे.”
एनएचएस न्यास ने कहा, “राजेश वेक्सहैम पार्क अस्पताल में कार्यरत थे. उन्हें सोमवार दोपहर को उस होटल में मृत पाया गया जहां वह अपने परिवार की सुरक्षा के लिए अलग रह रहे थे और कोरोना वायरस महामारी के दौरान वह हमारे साथ काम कर रहे थे. अभी उनकी मौत का कारण पता नहीं चल पाया है.”
न्यास के अनुसार गुप्ता लोकप्रिय डॉक्टर थे और उनके सहकर्मी भी उनकी प्रशंसा करते थे. न्यास ने कहा, “उनके सहकर्मी यह भी कहते थे कि गुप्ता एक अच्छे कवि, चित्रकार, फोटोग्राफर और पाक कला में निपुण थे. गुप्ता अच्छे स्वभाव के व्यक्ति थे. उन्होंने कई पुस्तकें लिखी थीं. उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.” ब्रिटेन जाने से पहले गुप्ता ने जम्मू में पढ़ाई की थी. उनके परिवार में उनकी पत्नी और पुत्र हैं.
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