सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद की फाइल फोटो
दमिश्क:
सीरिया के बशर अल असद ने कहा है कि अगर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 'आतंकवादियों' के खिलाफ लड़ने का अपना संकल्प पूरा करते हैं तो वह 'प्राकृतिक रूप से एक सहयोगी' होंगे.
असद ने पुर्तगाल के सरकारी टेलीविजन आरटीपी को दिए साक्षात्कार में कहा, 'हम किसी भी चीज के बारे में यह नहीं कह सकते कि वह क्या करने जा रहे हैं, लेकिन अगर... वह आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हैं, तो हम निस्संदेह सहयोगी, प्राकृतिक सहयोगी होंगे. हम इस संदर्भ में रूस, ईरान और कई अन्य देशों के सहयोगी होंगे.'
ट्रंप ने अपनी प्रचार मुहिम के दौरान टिप्पणी की थी कि अमेरिका को इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इस बारे में पूछे जाने पर असद ने कहा कि वह इस कदम का स्वागत करेंगे लेकिन वह इसे लेकर सतर्क हैं.
असद ने कहा, 'मैं कहूं कि यह एक वादा है, लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएंगे?' उन्होंने कहा, 'क्या वह इस दिशा में बढ़ पाएंगे? प्रशासन के भीतर मौजूद विरोधी बलों और मुख्यधारा की मीडिया का वह क्या करेंगे जो उनके खिलाफ है? वह उनसे कैसे निपटेंगे?' उन्होंने कहा, 'इसलिए हमें इस बात को लेकर संशय है कि वह अपने वादे पूरे कर भी पाएंगे या नहीं. इसलिए हम उनके बारे में निर्णय लेने के संबंध में बहुत सतर्क हैं, खासकर इसलिए क्योंकि वह इससे पहले किसी राजनीतिक पद पर नहीं रहे.'
इससे पहले ट्रंप ने 26 मार्च को 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के साथ साक्षात्कार में कहा था कि उनका मानना है कि 'असद एवं आईएसआईएस (आईएस) के खिलाफ एक साथ लड़ने का नजरिया पागलपन एवं मूखर्ता है.' उन्होंने कहा था, 'वह दो ऐसे लोगों के खिलाफ एक साथ नहीं लड़ सकते जो एक दूसरे से लड़ रहे हो. आप दोनों में से किसी एक को चुनना होगा.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
असद ने पुर्तगाल के सरकारी टेलीविजन आरटीपी को दिए साक्षात्कार में कहा, 'हम किसी भी चीज के बारे में यह नहीं कह सकते कि वह क्या करने जा रहे हैं, लेकिन अगर... वह आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हैं, तो हम निस्संदेह सहयोगी, प्राकृतिक सहयोगी होंगे. हम इस संदर्भ में रूस, ईरान और कई अन्य देशों के सहयोगी होंगे.'
ट्रंप ने अपनी प्रचार मुहिम के दौरान टिप्पणी की थी कि अमेरिका को इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए. इस बारे में पूछे जाने पर असद ने कहा कि वह इस कदम का स्वागत करेंगे लेकिन वह इसे लेकर सतर्क हैं.
असद ने कहा, 'मैं कहूं कि यह एक वादा है, लेकिन क्या वह ऐसा कर पाएंगे?' उन्होंने कहा, 'क्या वह इस दिशा में बढ़ पाएंगे? प्रशासन के भीतर मौजूद विरोधी बलों और मुख्यधारा की मीडिया का वह क्या करेंगे जो उनके खिलाफ है? वह उनसे कैसे निपटेंगे?' उन्होंने कहा, 'इसलिए हमें इस बात को लेकर संशय है कि वह अपने वादे पूरे कर भी पाएंगे या नहीं. इसलिए हम उनके बारे में निर्णय लेने के संबंध में बहुत सतर्क हैं, खासकर इसलिए क्योंकि वह इससे पहले किसी राजनीतिक पद पर नहीं रहे.'
इससे पहले ट्रंप ने 26 मार्च को 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के साथ साक्षात्कार में कहा था कि उनका मानना है कि 'असद एवं आईएसआईएस (आईएस) के खिलाफ एक साथ लड़ने का नजरिया पागलपन एवं मूखर्ता है.' उन्होंने कहा था, 'वह दो ऐसे लोगों के खिलाफ एक साथ नहीं लड़ सकते जो एक दूसरे से लड़ रहे हो. आप दोनों में से किसी एक को चुनना होगा.'
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