वाशिंगटन:
महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की बेटी हाना ने कहा कि उनके पिता के शरीर के शांत होने के बाद भी उनका दिल पूरे 30 मिनट तक धड़कता रहा। तीन बार के हेवीवेट चैम्पियन अली की अंतिम सांस की भावनात्मक जानकारी उनकी बेटी ने ट्विटर पर दी।
हाना ने अपने पिता की कुछ भावनात्मक तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर की हैं।One of my favorite pictures.
बता दें कि अली को न सिर्फ उनकी मुक्केबाज़ी बल्कि नागरिक अधिकार कार्यकर्ता के तौर पर भी जाना जाता था। उन्हें पार्किनसन की बीमारी थी जिसकी वजह उनके तीन दशक के करियर में वह हज़ारों मुक्के बताए जाते हैं जो उन्होंने मुकाबलों के दौरान खाने पड़े थे। इसकी वजह से वह सार्वजनिक रूप से ज्यादा बातचीत करने में समर्थ नहीं थे। हालांकि अपने परिवार और प्रवक्ताओं के ज़रिए वह अपनी राय रखते रहते थे।
1996 में अटलांटा ओलिंपिक गेम्स में अली ने बिना पूर्व सूचना के उपस्थित होकर सबको अचंभित कर दिया था। पार्किनसन की वजह से उनके हाथ कांप रहे थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ओलिंपिक की मशाल जलाई थी। इसके अलावा लंदन ओलिंपिक्स 2012 में भी वह व्हीलचेयर पर आए थे। उन्होंने चार बार शादी की थी और उनके नौ बच्चे हैं।
— Hana Ali (@Hanayali) June 4, 2016हाना एक लेखिका हैं, उन्होंने कहा, ‘‘हमारा दिल दुख रहा था। लेकिन हम खुश हैं कि अब डैडी पूरी तरह से मुक्त हैं। हम सभी ने मजबूत बने रहने की कोशिश की और उनके कान में फुसफुसाया, अब आप जा सकते हैं। हम ठीक रहेंगे। हम आपको बहुत प्यार करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके सारे अंगों ने काम करना बंद कर दिया था लेकिन उनका दिल धड़कना बंद नहीं हुआ। 30 मिनट तक उनका दिल धड़कता रहा। किसी ने भी ऐसी चीज नहीं देखी होगी। ये उनकी ताकत और जज्बे का बहुत ही बढ़िया उदाहरण है। ’’
हाना ने अपने पिता की कुछ भावनात्मक तस्वीरें भी ट्विटर पर शेयर की हैं।One of my favorite pictures.
Can you see the Halo... pic.twitter.com/oTZytAcVaS
— Hana Ali (@Hanayali) June 5, 2016
पार्किनसन बीमारी से जूझते रहे थे अलीPrince doing his version of Daddys levitating magic trick act! pic.twitter.com/ckDQf9XBVt
— Hana Ali (@Hanayali) June 5, 2016
बता दें कि अली को न सिर्फ उनकी मुक्केबाज़ी बल्कि नागरिक अधिकार कार्यकर्ता के तौर पर भी जाना जाता था। उन्हें पार्किनसन की बीमारी थी जिसकी वजह उनके तीन दशक के करियर में वह हज़ारों मुक्के बताए जाते हैं जो उन्होंने मुकाबलों के दौरान खाने पड़े थे। इसकी वजह से वह सार्वजनिक रूप से ज्यादा बातचीत करने में समर्थ नहीं थे। हालांकि अपने परिवार और प्रवक्ताओं के ज़रिए वह अपनी राय रखते रहते थे।
1996 में अटलांटा ओलिंपिक गेम्स में अली ने बिना पूर्व सूचना के उपस्थित होकर सबको अचंभित कर दिया था। पार्किनसन की वजह से उनके हाथ कांप रहे थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ओलिंपिक की मशाल जलाई थी। इसके अलावा लंदन ओलिंपिक्स 2012 में भी वह व्हीलचेयर पर आए थे। उन्होंने चार बार शादी की थी और उनके नौ बच्चे हैं।
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