नई दिल्ली:
सरकार ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान की जेलों में करीब 220 भारतीय नागरिक और 400 भारतीय मछुआरे बंद हैं जिनमें से एक ने अपनी सजा पूरी कर ली है।
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने आज राज्यसभा को बताया कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीयों को शीघ्र वाणिज्य दूतावास की सहायता प्रदान करने के लिए उनके मामले नियमित रूप से वहां की सरकार के समक्ष उठाता है। उन बंदियों की रिहाई और वापसी के मामले भी पाक सरकार के साथ उठाए जाते हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है और जिनकी भारतीय नागरिकता की भी पुष्टि हो चुकी है।
उन्होंने अंबिका सोनी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार के प्रयासों के चलते पाकिस्तान ने वर्ष 2012 में 677 भारतीय मछुआरों को और वर्ष 2013 में अब तक चार भारतीय नागरिकों और सात मछुआरों को रिहा किया है।
अहमद ने वी मैत्रेयन के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि समय समय पर श्रीलंका की नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर कथित हमले करने और उन्हें बंदी बनाने की खबरें मिलती हैं। श्रीलंका के प्राधिकारियों का कहना है कि ये गिरफ्तारियां श्रीलंकाई जल क्षेत्र में की गईं। वहां की नौसेना ने मछली पकड़ने वाली भारतीय नौकाओं पर गोलीबारी या हमले करने के आरोप से इनकार किया है।
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने आज राज्यसभा को बताया कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीयों को शीघ्र वाणिज्य दूतावास की सहायता प्रदान करने के लिए उनके मामले नियमित रूप से वहां की सरकार के समक्ष उठाता है। उन बंदियों की रिहाई और वापसी के मामले भी पाक सरकार के साथ उठाए जाते हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है और जिनकी भारतीय नागरिकता की भी पुष्टि हो चुकी है।
उन्होंने अंबिका सोनी के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार के प्रयासों के चलते पाकिस्तान ने वर्ष 2012 में 677 भारतीय मछुआरों को और वर्ष 2013 में अब तक चार भारतीय नागरिकों और सात मछुआरों को रिहा किया है।
अहमद ने वी मैत्रेयन के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि समय समय पर श्रीलंका की नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर कथित हमले करने और उन्हें बंदी बनाने की खबरें मिलती हैं। श्रीलंका के प्राधिकारियों का कहना है कि ये गिरफ्तारियां श्रीलंकाई जल क्षेत्र में की गईं। वहां की नौसेना ने मछली पकड़ने वाली भारतीय नौकाओं पर गोलीबारी या हमले करने के आरोप से इनकार किया है।
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