इराक में अधिकारियों ने 20 जवानों के शव बरामद किए हैं, जबकि कई स्थानों पर हुई हिंसा में आज 21 लोग मारे गए।
बीते 30 अप्रैल को हुए चुनाव के बाद यह रक्तपात देखने को मिला है। इस साल इराक में हिंसा में 3,200 से अधिक लोग मारे गए हैं।
इस हिंसा से फिर ऐसी आशंका बढ़ गई है कि इराक 2006 और 2007 के दौर में जा रहा है जब यहां हिंसा चरम पर थी।
अधिकारी अब इस हिंसा के बाहरी कारणों खासकर पड़ोसी सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
इराक के उत्तरी शहर मोसुल के बाहरी इलाके के अय अल जहीश गांव में बीती रात आतंकवादियों के भयंकर हमले में 20 सैनिक मारे गए थे। गांव में स्थित बैरक पर यह हमला अशांत सुन्नी बहुल क्षेत्रों में स्थायित्व हासिल करने के प्रयासों पर नवीनतम आघात है। दो पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बंदूकधारियों ने कल रात काफी नजदीक से गोलियां चलायीं, जिसमें 20 सैनिक मारे गए।
एक चिकित्सा अधिकारी ने 20 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की और कहा कि 11 सैनिकों के हाथ पीछे कर बांध दिए गए और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई।
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