विदेशमंत्री सुषमा स्वराज मंगलवार को उन 40 भारतीयों के परिवारों से मिलीं जिन्हें अभी भी इराक में बंधक बनाकर रखा गया है। उन्होंने इन परिवारों को आश्वासन दिया कि भारतीय नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए 'ईमानदारीपूर्ण' प्रयास जारी हैं।
सुषमा स्वराज ने यह भी बताया कि ये भारतीय सुरक्षित हैं।
इस्लामिक उग्रवादी संगठन आईएसआईएस द्वारा जून में इन भारतीयों को बंधक बनाए जाने के बाद से इनके परिजनों के साथ सुषमा की यह पांचवीं मुलाकात थी। विदेश मंत्री ने उन्हें बताया कि 'हालिया संपर्क से संकेत मिलते हैं कि भारतीय इराक में बंधक हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है।'
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
सुषमा ने परिवारों द्वारा रखे गए उस सुझाव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी जिसमें कहा गया था कि हालात की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी या एक राजनीतिक प्रतिनिधि को नियुक्त किया जाना चाहिए।
प्रवक्ता ने बताया, 'मंत्री ने परिवारों को बताया कि सरकार इन नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रही है। कल तक मिले ताजा संकेतों के अनुसार, भारतीय अभी भी वहां बंधक हैं और सुरक्षित हैं।'
मंत्री ने इन्हें यह भी बताया कि सरकार की इन नागरिकों तक सीधी पहुंच नहीं है लेकिन वह उनकी रिहाई के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है।
ये 40 भारतीय इराकी शहर मोसूल के समीप एक विनिर्माण परियोजना पर काम कर रहे थे।
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