जाको राखे साइयां, मार सकै न कोय... यह कहावत उस समय बिल्कुल सच साबित हुई, जब इंग्लैंड के स्टैफर्डशर में रात को अपने टैबलेट को चार्जिंग के लिए लगाकर एक 11-वर्षीय बच्चा सो गया, और उठने पर उसने पाया कि उसका बिस्तर रातभर में जल चुका है, लेकिन सौभाग्य से वह कतई सुरक्षित है.
स्टैफर्डशर फायर एंड रेस्क्यू सर्विस के मुताबिक, "वह भाग्यशाली था, जो टैबलेट के ओवरहीट होने और बिस्तर के जल जाने पर ज़ख्मी नहीं हुआ... लड़के को गुरुवार सुबह जागने पर ही यह पता चला कि उसके सैमसंग डिवाइस ने स्टैफर्डशर स्थित उसके घर में उसका बिस्तर जला डाला है - जब जागने पर कमरा कालिख से भरा मिला..."
फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, सौभाग्य से बिस्तर से लपटें नहीं उठीं, और वह सिर्फ सुलगता रहा, जिसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया.
स्टैफर्डशर फायर एंड रेस्क्यू सर्विस ने एक बयान में कहा, "परिवार ने चार साल पहले नया टैबलेट खरीदा था, और वह ओरिजिनल चार्जर के साथ ही चार्जिंग के लिए लगाया गया था, लेकिन वह पिछली रात 9 बजे से बिजली से जुड़े-जुड़े ही गर्म हो गया, और बिस्तर में इस तरह आग लगी, कि गद्दे में भी सुराख हो गया और वह नीचे तक पूरी तरह राख हो गया..."
उन्होंने घटना के बाद एक चेतावनी भी जारी की है, और लोगों से आग्रह किया है कि अपने उपकरणों को चार्जिंग पर लगा हुआ न छोड़ें.
स्टैफर्डशर फायर एंड रेस्क्यू सर्विस के अनुसार, "जो हुआ, उससे परिवार पूरी तरह भौंचक है, और इस बात की याद दिलाता रहेगा कि उपकरणों को ऐसी वस्तुओं पर रखकर चार्जिंग पर न छोड़ें, जो गर्म होने पर आग पकड़ सकती हैं... जब भी फोन या टैबलेट चार्ज करने हों, उन्हें किसी सुरक्षित सतह पर रखें..."
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