अमेरिका में बर्नी सैंडर्स और एलिजाबेथ वारेन सहित 10 सीनेटर ने राष्ट्रपति जो बाइडेन को कोविड के ट्रिप्स छूट के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए संयुक्त रूप से एक पत्र लिखा है. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच डब्ल्यूटीओ में कोविड-19 वैक्सीन के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार संबंधित पहलुओं (ट्रिप्स) से छूट पाने के प्रस्ताव को स्वीकार करने का अनुरोध करते हुए सीनेटर ने कहा है कि, “हम संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए अस्थायी छूट का समर्थन करने की तत्काल आवश्यकता के बारे में लिखते हैं. हम आपसे इस अस्थायी छूट को अपनाने का समर्थन करने का आग्रह करते हैं, ऐसा करने से यह एक बार के वैश्विक महामारी के लिए सबसे प्रभावी रूप से मदद करेगा. इस प्रस्ताव को स्वीकार करने से बेहतर परिणाम दिखेंगे.”
सीनेटर ने अपने पत्र में लिखा कि, “अक्टूबर 2020 में भारत और दक्षिण अफ्रीका द्वारा प्रस्तावित ट्रिप्स छूट को अस्थायी रूप से उठाया गया, यह प्रस्ताव देशों को स्थानीय रूप से कोविड-19, डायग्नोस्टिक, उपचार और टीके बनाने की अनुमति देता है. इस प्रस्ताव को स्वीकार करने से स्थानीय स्तर पर टीके निर्माण करने वाले देशों के टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी, इतना ही नहीं, इस महामारी से अनावश्यक मौतों को रोका जा सकेगा. अगर अमेरिका इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता है तो वैश्विक टीकाकरण के प्रयासों में तेजी आएगी, और इससे वैश्विक स्तर पर एक मजबूत, तेज आर्थिक सुधार हो सकेगा.”
बता दें कि, भारत, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों द्वारा लाए गए इस प्रस्ताव का मकसद निम्न और मध्यम आय वाले देशों को आसानी से और उचित कीमत पर वैक्सीन उपलब्ध कराना है. इस प्रस्ताव को 60 से अधिक शीर्ष अमेरिकी सांसदों का समर्थन हासिल है, जिनमें से ज्यादातर प्रगतिशील हैं. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने बुधवार को कोविड-19 वैक्सीन पर विश्व व्यापार संगठन के आभासी सम्मेलन में हालांकि भारत और दक्षिण अफ्रीका के अनुरोध पर अपनी कोई सीधी राय नहीं व्यक्त की.
इस आभासी सम्मेलन में उनके भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल, यूरोपीय संघ के कार्यकारी उपाध्यक्ष वाल्डिस डोंब्रोव्स्की और दक्षिण अफ्रीका के मंत्री अब्राहिम पटेल ने भी भाग लिया. ताई ने कहा, ‘‘मुझे आप में से प्रत्येक के साथ बहुत ही सार्थक प्रारंभिक बातचीत करने का मौका मिला है. आज हमारे समक्ष उपस्थित मुद्दों पर मैं आपके साथ अधिक व्यापक रूप से साझेदारी के रास्ते तलाशने के लिए प्रतिबद्ध हूं.'' उन्होंने कहा, ‘‘हमें सीखना चाहिए, और अतीत की त्रासदियों तथा गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए.'' ताई ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संकट और पीड़ा का यह समय सफलताओं और प्रगति की ओर बढ़े. (पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं